अष्टमी और नवमी को कन्या पूजन क्यों करा जाता है?

अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजा की जाती है। नवरात्रि के दिनों में कुछ लोग अष्टमी और कुछ नवमी के दिन कन्या पूजा करते हैं। परिवार कि परंपरा के अनुसार किसी भी दिन कन्या पूजा को किया जा सकता है। 

 

3 से 9 साल तक की आयु की कन्याओं तथा साथ ही एक लांगुरिया यानी छोटे लड़के को खीर, पूरी, हलवा, चने की सब्जी आदि खिलाई जाती हैं। 

 

कन्याओं को तिलक लगा कें हाथ में कलावा बांधकर, गिफ्ट और दक्षिणा आदि देकर उनसे आशीर्वाद लिया जाता है उसके बाद ही कन्याओं को विदा किया जाता है। 

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