अर्जुन को कुल कितने वरदान प्राप्त थे?
महाभारत युद्ध से पहले भगवान कृष्ण को अर्जुन की सुरक्षा का वचन दिया था और पांच पांडव का भी जीवन की रक्षा करने का निश्चय किया। महाभारत युद्ध से पहले भगवान कृष्ण ने अर्जुन को कई देवताओं का आशिर्वाद और वरदान प्राप्त करने का आदेश दिया जो निम्न है।
दुर्गा मां का आशीर्वाद- भगवान कृष्ण ने अर्जुन को युद्ध से पहले माता दुर्गा की पूजा करने और आशीर्वाद पाने के लिए पूजा करने को कहा। माता दुर्गा ने खुश होकर अर्जुन को विजय का आशीर्वाद दिया।
हनुमान जी का आशीर्वाद- महाभारत युद्ध से पहले ही भगवान हनुमान जी ने अर्जुन के रथ को सम्भाले रहने का आशीर्वाद दिया।
इंद्र का दिव्यास्त्र और वरदान- दिव्यास्त्र की खोज पर स्वर्ग गये अर्जुन को उनके पिता इंद्र ने अपना दिव्य मुकुट सारे शस्त्र और विजय आशीर्वाद दिया।
भगवान शिव का पशुपतासत्र और आशीर्वाद- अर्जुन ने भगवान शिव की तपस्या कर उनको प्रसन्न करके उनसे आशीर्वाद पाया और अर्जुन को पशुपतास्तत्र दिया
रथ के पहिए पर शेषनाग का आशीर्वाद- अर्जुन के रथ के पहिए को शेषनाग जी जकड़े हुए थे तभी रथ पीछे नहीं जाता था पर कर्ण ने दो गज रथ पीछे कर दिया था।
अर्जुन को युद्ध में जाने से पहले कृष्ण जी ने अर्जुन को इतने आशीर्वाद और रक्षा के कवच स्वरूप आशीर्वाद दिलवाय।
इन सबके बावजूद अर्जुन को युद्ध में कई बार पराजय और हार मिली ऐसा तब हुआ जब वो व्यक्तिगत रूप से अपने लक्ष्य से भटके कई बार भगवान कृष्ण ने बचाया तो क ई बार देवताओं के आशीर्वाद ने।
पर इतिहास जानता है एक ऐसा योद्धा थे जिसके बाणौ में अर्जुन को टक्कर देने की ताकत थी वो योद्धा कोई और नहीं बल्कि दानवीर कर्ण थे जिन्होंने अर्जुन को इतनी ज्यादा सुरक्षा के बावजूद अर्जुन को यम के पास भेज भेजने वाले ही थे पर छल अच्छे योद्धा को भी पराजित कर सकता हैं।