अरुणाचल प्रदेश की सीमा में 5 किमी अंदर चीन के गाँव बसा लेने की खबरे ,जानिए सच
चीन लगातार भारत के आसपास के क्षेत्रो में अपनी सैन्य गतिविधियां जारी रख रहा है. पिछले दिनों यह खबर आई थी कि चीनमें एयरपोर्ट, रेल टर्मिनल और मिसाइल साइट तैयार कर ली है. इसकी सैटलाइट तस्वीरें सामने आई थी. एनडीटीवी के अनुसार चीन अब भारत के अरुणाचल प्रदेश की सीमा के अंदर गांव बसा चुका है. चीन ने इस गांव में करीब 100 से भी अधिक घर भी बना लिए हैं. त्सारी चू नाम का यह गांव अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक भारतीय सीमा के करीब 5 किमी अंदर स्थित है. यह गांव अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले में स्थित है. इस गांव के किनारे त्सारी चू नाम की नदी भी बहती है.
चीन का यह गांव भारत की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गया है. यह गांव त्सारी चू नदी के किनारे पर मौजूद है. यह वो इलाका है, जहां पर दोनों देशों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है और इसे सशस्त्र लड़ाई वाली जगह के तौर पर चिन्हित किया गया है. यह गांव हिमालय के पूर्वी रेंज में तब बनाया गया है, जब इसके कुछ वक्त पहले ही दोनों देशों की सेनाओं के बीच जून में दशकों बाद गलवान घाटी एक हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. इस रिपोर्ट में सैटलाइट तस्वीरों को कोई विशेषज्ञों को दिखाया गया है और उन्होंने चीनी गांव की पुष्टि की है. चीन ने इस गांव का ऐसे समय पर निर्माण किया है जब पश्चिम सेक्टर में लद्दाख में भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं.
सेटेलाइट तस्वीरों से साफ नजर आ रहा है कि चीनी गांव के पास भारत की कोई रोड नहीं है और न ही कोई आधारभूत ढांचा है. इससे पहले एक नवंबर 2020 में बीजेपी के अरुणाचल प्रदेश के सांसद तापिर गावो ने लोकसभा को चेतावनी दी थी कि उनके राज्य में चीन की घुसपैठ बढ़ रही है. उन्होंने ऊपरी सुबनसिरी जिले का विशेष रूप से उल्लेख भी किया था. गावो ने अब एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि चीन का निर्माण अभी जारी है. अगर आप नदी के रास्ते को देखेंगे तो चीन सुबनसिरी जिले में सीमा में 50 से 60 किमी अंदर घुस आया है.
सैटलाइट इमेज एक नवंबर 2020 की है जिसमें गांव नजर आ रहा है. इससे एक साल पहले की तस्वीर में यह गांव नजर नहीं आ रहा है. यह माना जा रहा है कि चीन ने यह गांव एक साल पहले ही बसाया है. इससे पहले अक्टूबर में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि कुछ समय से भारतीय पक्ष अपने आधारभूत ढांचे का सीमा पर विकास कर रहा है और सेना की तैनाती कर रहा है जो विवाद का मुख्य विषय है.