जानिए आपकी आँखें आपकी सेहत के बारे में क्या बताती हैं

आँखें सिर्फ आपकी आत्मा का द्वार नहीं हैं – वे आपके स्वास्थ्य के बारे में बहुत कुछ कहती हैं। आँखें हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील अंग हैं। लेकिन आँखें हमारे शरीर में पैदा होने वाले रोगों और कमियों के भी संकेत देती हैं। कभी भी इन संकेतों को नजरंदाज नहीं करना चाहिए। आपकी आंखों में होने वाले परिवर्तन दृष्टि समस्याओं, मधुमेह, तनाव, यहां तक कि रेटिना से संबंधित समस्याओं का संकेत दे सकते हैं।

इनमें से अधिकांश आप खुद पहचान सकते हैं , अगर इन्हें पहचानने की जानकरी आपको हो तो-

• आँख का फड़फड़ाना

              

वैसे आमतौर पर हमारे देश में आँख का फड़फड़ाना शुभ-अशुभ की दरिष्टी से देखा जाता है , लेकिन ये आपकी सेहत के बारे में भी बहुत कुछ बताता है। आमतौर पर आँख का फड़फड़ाना कुछ समय में बंद हो जाता है लेकिन अगर आपके साथ दिन में कई बार ऐसा होता है और लंबे समय के लिए होता है तो इसे नजरंदाज ना करें । क्योंकि लंबे समय तक आँख का फड़फड़ाना मानसिक तनाव , थकान और नींद कि कमी को दर्शाता है । समस्या अधिक होनेे पर आँखें एक झटके से बंद और खुल सकती हैं।

• पुतली के चारों ओर सफेद रिंग का बनना

आँख की पुतली के चारों ओर बनने वाला रिंग ज्यादातर बढ़ती उम्र को दर्शाता है और वृद्ध व्यक्ति की आँखों में इसका बनना आम बात है । लेकिन ये सिर्फ बढ़ती उम्र की ही नहीं बल्कि बढ़ते कोलेस्ट्रॉल की भी निशानी हो सकती है , जो हृदय रोग और हृदय घात के खतरे को भी बढ़ाता है । इसलिए इस संकेत को नजरंदाज न करें और जल्द है अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

• आई फ्लोटर्स

आपने तस्वीर में दिखाए गए दभों को कई बार देखा होगा । आपने आसमान की तरफ देखते समय अपनी आँख में इधर – उधर जाते हुए देखा होगा, इन्हें आई फ्लोटर्स कहते हैं। दरअसल ये आपकी आँख में मोजुद सूक्ष्म जीव हैं । इनका दिखना बहुत ही आम बात है। लेकिन अगर आचानक ही इनकी संख्या में वृद्धि हो जाती है तो ये रेटीना खिंचाव तथा रेटीना से जुड़ी अन्य समस्याओं का संकेत हो सकता है।

• आँखों का पीलापन

अगर आपकी आँखों का सफेद भाग पीला पड़ गया है , तो निश्चय ही शरीर में होने वाली गड़बड़ी का संकेत है । इसका सबसे मुख्य कारण पीलिया है। वयस्कों में ये कम ही पाया जाता है लेकिन ज्यादातर समय ये हेपेटाइटिस या शराब संबंधित लीवर की बीमारियों को वजह से जो सकता है।

इन संकेतों को गौर से समजकर आप अपने शरीर में होने या पनपने वाले रोगों के बारे में जान सकते हैं। लेकिन कभी भी इन संकेतों के आधार पर खुद ही किसी प्रकार के इलाज से बचे ।

और इन लक्षणों के बढ़ने पर जल्द से जल्द चिकित्सक से संपर्क करें।

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