हार के बाद भी रॉयल चैलेंजर्स प्ले-ऑफ में

अबु धाबी में टॉस हारकर बल्लेबाजी करते हुए बेंगलुरु ने 153 रन का टारगेट दिया था। इसके जवाब में दिल्ली ने 19 ओवर में 4 विकेट पर 154 रन बनाकर मैच जीत लिया। अजिंक्य रहाणे ने लीग में अपनी 28वीं फिफ्टी लगाते हुए 60 रन बनाए। शिखर धवन ने लीग में अपनी 40वीं फिफ्टी पूरी की और 54 रन की अहम पारी खेली। दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 88 रन की पार्टनरशिप हुई। वहीं, बेंगलुरु के शाहबाज अहमद को 2, मोहम्मद सिराज और वॉशिंगटन सुंदर को 1-1 विकेट मिला।

प्ले-ऑफ में लिए मुंबई इंडियंस, दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने अपनी जगह पक्की कर ली है। अब चौथी टीम का फैसला मंगलवार को मुंबई और हैदराबाद के बीच होने वाले लीग के आखिरी मुकाबले में होगा। अगर हैदराबाद यह मैच जीत लेती है, तो वह सीधे प्ले-ऑफ के लिए क्वालिफाई कर जाएगी। अगर मुंबई यह मैच जीत जाए, तो कोलकाता नाइट राइडर्स प्ले-ऑफ में पहुंचने वाली चौथी टीम बनेगी।

देवदत्त पडिक्कल ने सीजन में अपनी 5वीं फिफ्टी लगाई और 50 रन बनाकर आउट हुए। पडिक्कल एक सीजन में 5 फिफ्टी लगाने वाले पहले अनकैप्ड प्लेयर हैं। एबी डिविलियर्स ने भी 35 रन की अहम पारी खेली। दोनों की बदौलत बेंगलुरु ने 7 विकेट पर 152 रन बनाए। वहीं, दिल्ली के एनरिच नोर्तजे को 3, कगिसो रबाडा को 2 और रविचंद्रन अश्विन को एक विकेट मिला। नोर्तजे को मैन ऑफ द मैच चुना गया।

दिल्ली में 3 बदलाव किए गए। शिमरॉन हेटमायर, प्रवीण दुबे और हर्षल पटेल की जगह अजिंक्य रहाणे, अक्षर पटेल और डेनियल सैम्स को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया। वहीं, बेंगलुरु में भी 2 बदलाव किए गए। गुरकीरत सिंह मान की जगह शिवम दुबे और नवदीप सैनी की जगह शाहबाज अहमद को मौका दिया गया।

दिल्ली अब तक फाइनल नहीं खेली, बेंगलुरु को भी खिताब का इंतजार दिल्ली अकेली ऐसी टीम है, जो अब तक फाइनल नहीं खेल सकी। हालांकि, दिल्ली टूर्नामेंट के शुरुआती दो सीजन (2008, 2009) में सेमीफाइनल तक पहुंची थी। वहीं, आरसीबी ने 2009 में अनिल कुंबले और 2011 में डेनियल विटोरी की कप्तानी में फाइनल खेला था। 2016 में विराट की कप्तानी में भी टीम फाइनल में पहुंची। लेकिन हर बार टीम को हार ही मिली।

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