हम असली सरसों की तेल की पहचान कैसे कर सकते हैं ,जानिए

1 .सत्यनाशी पौधे (Argemone) के बीजों की तेल मिलावट की जाती है।
इसके बीज हूबहू सरसों के बीज जैसे होते है। ये पौधा अक्सर इधर उधर उग जाता है। इनके बीज जान बुझके या फिर अनजाने में सरसों के साथ मिल/मिलाये जाते है। आपको बता दे की इनके बीज टॉक्सिक होता है।
मुसीबत ये है की इसके तेल की गंध नहीं होती और सरसों के तेल में आसानी से मिल जाता है बिना अलग गंध दिए।
इसकी मिलावट पता करने का यही तरीका है की आप तेल को एक काँच के बर्तन में ले और उसमे थोड़ी से नाइट्रिक अम्ल मिलाये। दो अलग परत बनेगी, अम्ल की परत में नारंगी-पीला रंग दिखाई दे तो समझ जाए की इसमें मिलावट है।

  1. कपास तेल की मिलावट

इसको टेस्ट करने के लिए भी रसायनों की जरुरत पड़ेगी जो आसानी से आम जनता को नहीं मिलेगी।
कपास तेल की अलग गंध होती है। कड़ाई में तेल डालकर गर्म करेंगे तब भी एक अलग सी स्मेल आएगी।
अन्य टेस्ट

सूती साफ कपड़े पर तेल की 2-3 बुँदे डालकर देखे, मिलावटी तेल अक्सर धब्बेदार निशान छोड़ता है जिसे धोकर हटाना मुश्किल होता है वही शुद्ध सरसों का तेल का धब्बा धोने के बाद आसानी से निकल जाता है।
तेल गर्म कड़ाई में डालने के बाद अजीब सा गंध आना या अजीब फील करना भी मिलावटी की निशानी है। अक्सर मिलावटी तेल फ्राई करते समय झाग छोड़ता है।
सरसों के तेल को फ्रीज में लगभग 4-5 घण्टे रखे अगर उसमे सफ़ेद जैसी चीज नजर आये तो समझिये आप कुछ और खा रहे है।
शुद्ध सरसों का तेल सुनहरा और एकदम साफ होता है जबकि मिलवाटी तेल धुंधला होगा।
तेल लेकर हाथो पर मसाज करके देखे, मिलावटी तेल अक्सर रंग छोड़ता है।

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