हमारे पास एक से अधिक बैंक अकाउंट क्यों होने चाहिए?
एक वक्त था जब मै एक ही बैंक अकाउंट यूज़ करता था।
छुट्टियों का सीजन चल रहा था और मैं घूमने के लिए अपने गाड़ी पर गया था कुछ दूरी पार करने पर मुझे मेरे गाड़ी में पेट्रोल भरवाना था और मैं अपने जेब में पैसे ज्यादा नहीं रखता था और सब कुछ कार्ड से ही लेता रहता था।
उस दिन ऐसा हुआ कि जब मैं पेट्रोल भरवाने के लिए पेट्रोल पंप पर गया और मैंने रुपए ४५० का पेट्रोल अपनी गाड़ी में डलवाया उसके बाद मैंने अपना कार्ड स्वाइप करने के लिए दिया!
पर हुआ यू की तब मेरा कार्ड स्वैप ही नहीं हुआ मैंने बहुत प्रयास किया पर कुछ मिनट में मेरा कार्ड भी पूरी तरह से ब्लॉक हो गया मेरे पास कुछ भी पैसे नहीं थे।
बैंक वालों को कॉल किया तो वह बोल रहे थे कि सरवर का प्रॉब्लम चल रहा है और पूरा 1 दिन जाएगा पर उस वक्त मुझे बहुत गुस्सा आया था तब मुझे लगा कि काश मेरे पास भी दो बैंक अकाउंट होते।
उस वक्त मेरा फ्रेंड मेरे साथ नहीं होता तो मुझे गाड़ी रखकर घर पर आना पड़ सकता था।
दो बैंक अकाउंट होना अच्छी बात है पर उससे अधिक अकाउंट होना जरा मुश्किल हो सकता है क्योंकि अभी बैंक की पॉलिसी भी बदल चुकी है 5000 हमें रखना ही रखना है।
मेरी राय अभी यह बन गई है कि हमारे पास दो अकाउंट होना चाहिए और दो डेबिट क्रेडिट कार्ड भी और हो सके तो पेटीएम फोन पे जैसे एप्लीकेशन पर भी अपना अकाउंट रजिस्टर करें क्योंकि कभी हमें दिक्कत ना आ जाए।