स्मार्टफोन को रूट कैसे किया जाता है? इसके फायदे और नुकसान क्या हैं?

रूट का अर्थ है— ‘किसी सिस्टम की जड़’। यहाँ जड़ से मतलब है कि वह जगह जहाँ सिस्टम की जरूरी फाइलें, कोड, मीडिया आदि स्टोर होते हैं।

विंडोज में यह आपके लिए खुला होता है। बस जिस पार्टीशन में आपने विंडो इंस्टाल की है, वहां जाइये और Windows फोल्डर के अन्दर आप वो सभी चीजें देख सकते हैं।

लेकिन क्या एंड्राइड में वो सभी चीजें नहीं होती क्या? होती हैं, लेकिन वे ‘Root Directory’ में हमसे छुपी हुई होती हैं। यहाँ आपको अपनी सिस्टम एप्स, रिंगटोन्स, आदि सभी चीजें मिल जाएंगी। चलिए अब थोड़े विस्तार से चर्चा करते हैं।

रूट करने के फायदे (Pros):

इससे आप फोन में पहले से इंस्टाल होकर आने वाले एप्स (ब्लॉटवेयर) जैसे— Xiaomi के Mi Store आदि को जड़ से ख़त्म (delete) कर सकते हैं। इससे आपके फोन की स्पेस काफी बढ़ जाएगी।

फोन में पहले से आने वाली अनउपयोगी चीजों जैसे— फ़ालतू रिंगटोन, वॉलपेपर, अन्य भाषाओं के फॉण्ट आदि को डिलीट कर सकते हैं। इससे भी काफी खाली स्पेस बढ़ जाती है।

रूट करने के बाद आप कुछ बहुत उपयोगी एप्स को इंस्टाल कर सकते हैं, जो केवल रूटिड डिवाइसेस को सपोर्ट करते हैं।

यूआई में आपने वाले विज्ञापनों (Advertisements) को पूरी तरह ब्लॉक कर सकते हैं।

कई एप्स व गेम्स को crack कर सकते हैं। (लेकिन मैं आपको ऐसा न करने की सलाह दूंगा)

एप्स में आने वाले विज्ञापनों (Ads) को पूरी तरह रोक सकते हैं।

30% तक बैटरी बचा सकते हैं।

रूट करने के नुक्सान (Cons):

रूट करने से आप कुछ फोन्स की वारंटी खो सकते हैं, सैमसंग इसके सख्त खिलाफ है। लेकिन कुछ चीनी स्मार्टफोन कंपनियां (जैसे— शाओमी, ओप्पो, विवो आदि) रूट के बाद भी वारंटी उपलब्ध कराती हैं।

रूट होने के बाद अपको सिस्टम अपडेट नहीं मिल सकते हैं। पर अगर आप चाहें तो कस्टम ROM फ़्लैश करके फोन को पहले जैसा कर सकते हैं। Custom ROM के बारे में आप अधिक जानकारी गूगल से प्राप्त कर सकते हैं।

रूट करने पर कई बैंकिंग एप्स, वॉलेट्स, शॉपिंग एप्स काम सकना बंद कर देते हैं। क्योंकि कई बार आप इस तरह के एप्स को crack कर सकते हैं।

उपर्युक्त रूट हैंडलर न होने पर आपके फोन को हैक करने में आसानी होती है। लेकिन अगर आप एक रूट हैंडलर इंस्टाल करके रखते हैं तो यह रिस्क बहुत कम हो जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *