सिक्के को किस तरह उछालें कि सिक्का बिल्कुल खड़ा गिरे? जानिए आप भी

हार्वर्ड विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित इस शोध के अनुसार यदि एक निकल के सिक्के को उछाला जाए तो उसके खड़े गिरने की सम्भावना ६००० में से १ है।

इसमें सिक्के को किस प्रकार उछालें इसकी तुलना में इन बातों का अधिक महत्व है (सन्दर्भ स्मिथसोनियन मैगजीन से) :

१. सिक्का किस प्रकार उकेरा गया है? यदि सिक्के के चित वाली सतह पट वाली सतह से भारी है तो सिक्के का भारी भाग भूमि की ओर गिरने की सम्भावना अधिक है। तथा इस असन्तुलन से सिक्का भारी सतह की ओर गिरने की सम्भावना बढने से खड़ा गिरने की सम्भावना और कम हो जाती है। यथा, अमेरिकी १ सेन्ट के सिक्के को यदि उछाला जाए तो चित वाली सतह के अधिक भारी होने से उसका पट आने की लगभग सम्भावना ५ में से ४ है।

२. सिक्का कितना मोटा है? यदि सिक्के की मोटाई अधिक है तो इससे सिक्का यदि खड़ा भूमि से टकराता है तो इसके खड़े रहने की सम्भावना अधिक है। क्योंकि जब सिक्के के गिरते समय सिक्के के गुरुत्व का केंद्र यदि सिक्के की मोटाई वाली सतह के ऊपर है तो सिक्के के खड़ा रह पाने की बहुत सम्भावना है।

निकल के सिक्के की मोटाई ०.०७७” तथा व्यास ०.८३५” है। तथा इंग्लैंड के एक पाउण्ड के सिक्के की मोटाई ०.११” तथा व्यास ०.९०७” है। इस सिक्के के खड़े रह पाने की सम्भावना निकल के सिक्के की तुलना में लगभग दुगुनी है।

यदि सिक्के की मोटाई सिक्के के व्यास की लगभग आधी हो तो सिक्के के खड़े रहने की, चित आने की अथवा पट आने की सम्भावना, यह तीनों समान हो जाती हैं।

३. सिक्के की किस सतह को उपर रख उछाला गया है? जिस सतह को उपर रख उछालते हैं उसके उपर ही रहने की सम्भावना कुछ अधिक है। जैसे यदि चित उपर है तो चित आने की सम्भावना ५१/१०० तथा पट की सम्भावना लगभग ४९/१०० है।

तो सिक्का खड़े रहने की सम्भावना बढने के लिए क्या किया जाए?

१. समभार के चित और पट वाला सिक्का चुनें।

२. सिक्के की मोटाई तथा व्यास का अनुपात अधिक हो।

३. सिक्के को खड़ा कर उछालिए।

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