सिंगल्स हो जाएँ सावधान, अकेलेपन का सेहत पर पड़ता है असर
वजन कम बढ़ता है- ऑस्ट्रेलिया की बॉडी इमेज नामक पत्रिका में छपी एक स्टडी के अनुसार जो महिलाएं शादी से पहले स्लिम रहने के दबाव में रहती हैं उनका वजन शादी के 6 महीने में ही बढ़ जाता है. वहीं अमेरिका की मिनेसोटा यूनिवर्सिटी के अनुसार अपने सिंगल साथियों की तुलना में विवाहित पुरुष ज्यादा मोटे होते हैं.
रूटीन बना रहता है- विवाहितों की तुलना में सिंगल लोग अपनी सेहत पर ज्यादा ध्यान देते हैं. वो समय पर एक्सरसाइज करते हैं, सेहतमंद चीजें खाते हैं और अपनी लाइफस्टाइल बिल्कुल सही बनाए रखते हैं. मैरीलैंड विश्वविद्यालय के 2004 की एक स्टडी के अनुसार विवाहित लोगों की तुलना में सिंगल लोग ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं!
करीब रहते हैं दोस्त- सिंगल लोग रिश्ते बहुत जल्दी बनाते हैं और अपनी दोस्ती निभाते भी हैं. इतना ही नहीं रिश्तेदारों और पड़ोसियों से भी उनके रिश्ते अच्छे रहते हैं. एक अन्य स्टडी के मुताबिक सिंगल लोग अपनी इच्छा से दूसरों के काम करते हैं और भाई-बहनों से नजदीकी संबंध बनाए रखते हैं!
काम के बारे में तनाव नहीं लेते हैं- एक धारणा बनी हुई है कि सिंगल लोग हमेशा पार्टनर की तलाश में रहते हैं, जबकि ऐसा सबके साथ नहीं है. सच्चाई ये है कि मैरिड लोगों की तुलना में सिंगल लोग तनाव कम लेते हैं!
पैसे के बारे में कम तनाव- पैसे कम कमाने पर भी सिंगल लोग खुश रहते हैं जबकि शादीशुदा लोगों के साथ ऐसा नहीं है!विवाहित लोगों के एक सर्वे में हर तीन में से एक व्यक्ति ने स्वीकार किया कि वो पैसों के लेकर अपने पार्टनर से झूठ बोलते हैं!
जिंदगी को खुलकर जीते हैं- ऐसे बहुत से लोग हैं जो सिंगल रहने के बावजूद खुश रहते हैं और जिंदगी को खुलकर जीते हैं. उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि लोग उनके बारे में क्या सोच रहे हैं, वो अपने अकेलेपन को अच्छे से जीते हैं.
दिल की सेहत को खतरा- विवाहित लोगों की तुलना में सिंगल लोगों में दिल की बीमारियों का खतरा 5 फीसदी ज्यादा होता है. स्टडी में तलाकशुदा लोगों में भी दिल का खतरा ज्यादा बताया गया है. हालांकि अभी किसी भी स्टडी में ये साफ नहीं हो सका है कि शादीशुदा होना दिल के लिए बेहतर होता है. टेक्सास विश्वविद्यालय से 9,000 से अधिक लोगों पर की गई स्टडी में विवाहित और सिंगल लोगों में दिल का खतरे होने में कोई बड़ा अंतर नहीं देखने को मिला!