सर्वश्रेष्ठ भाला चलाने वाले योद्धा का नाम क्या है? जानिए
महाभारत काल में सबसे श्रेष्ठ भालाचालक धर्मराज युधिष्ठिर थे पर ये धर्म को मानने वाले व्यक्ति थे इसलिए ये हिंसा और रक्तपात में विश्वास नहीं करते थे और इन्होंने महाभारत युद्ध में सिर्फ एक महारथी का वध किया और वो भी उन्हीं के कहने पर जिनका नाम महाराज शल्य था जो इनके मामा थे।
युधिष्ठिर अन्य हथियार चलाने में भी कुशल थे जैसे धनुष बाण और तलवार में भी। पर इनका सबसे बड़ा हथियार इनका ज्ञान और धर्म पर विश्वास में था। इसी कारण यही सिर्फ स्वर्ग के द्वार तक जा सके क्योंकि अंतिम समय में आपके कर्म ही आपके काम आयेंगे और बल और ताकत सब धरा रह जायेगा जैसे भीम और अर्जुन का।
कुछ लोग युधिष्ठिर को महाभारत युद्ध का कारण मानते हैं जो ग़लत है जो हुआ उसमें इनका दोष नहीं था क्योंकि ये बहुत भोले थे और अपने शत्रु पर भी दया करते थे लोग इनके इसी आचरण का फायदा उठाते थे।
अर्जुन और भीम ये सब पहले ही मर चुके थे जब घमंड में यम से भिड़ गए थे पर युधिष्ठिर ने अपने ज्ञान से सबको बचाया । महाभारत युद्ध बहुत पहले ही शुरू हो गया होता अगर युधिष्ठिर न होते क्योंकि ये दुर्योधन के साथ भीम की गलती की शिकायत भी कर देते थे। युधिष्ठिर ने अपने नाम को सार्थक कर दिया युधिष्ठिर अर्थात जो युद्ध को स्थिर रखें।