समझदार किसान की मजेदार कहानी

एक दिन की बात है जब एक गांव में एक इशारा तथा जोकि भोला भला और बहुत ही अच्छा था नेट दिल वाला था और वह प्रतिदिन दिन रात मेहनत करता और शाम को आकर अपने घर में खाता पीता और आराम से सो जाता था उसकी पूरी दिनचर्या इसी तरह से चल रही थी। उसकी इतनी मेहनत और इतनी कमाई देखकर उस गांव वाले उस किसान से जलते थे और उस किसान को बुरी नजर से देखते थे यह बात हुआ किसान को पता ही नहीं था कि गांव वाले उसे जलते हैं इसी तरह से धीरे-धीरे दिन चलते गया और 1 दिन किसान को यह बात पता चल ही गई कि वह गांव वाले उसको पसंद नहीं करते हैं। बेचारा किसान यह जानकर बहुत दुखी हुआ कि वह गांव वाले उसको पसंद नहीं करते हैं और इसको जानने के बाद किसान मन ही मन में दुखी हो गया और रोने लगा फिर किसान सोचने लगा कि मैं ऐसा क्या करूं जिससे लोग मुझे पसंद करें और मैं भी खुश रहो और वह भी खुश रहो। तो किसान के मन में एक तरकीब आती है और वह अगले ही दिन नई तरकीब के साथ एक योजना बनाता है उसी योजना में वह यह कहता है कि आज से मैं हर सप्ताह सभी को भंडारा दूंगा किसान भाई के यह कहते ही सब लोग खुश हो गए और सभी लोग किसान भाई को पसंद करने लगी और किसान भाई हर सप्ताह बहुत अच्छी अच्छी भोजन और मिठाइयां हर सप्ताह सभी को भंडारे में देता इसी तरह करते-करते प्रतिदिन कई साल कई महीने बीत गए और सभी लोग खुशी-खुशी रहने लगे और किसान भी खुशी-खुशी रहने लगा। दोस्तों इस आर्टिकल से क्या सख मिलती है कि व्यक्ति चाहे कितनी भी मुश्किल में फंसा हो लेकिन उससे निकलने का रास्ता एक या एक जरूर होता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *