श्री कृष्ण का अंत कैसे हुआ? जानिए

द्वापर युग के अंत में द्वारिका गांधारी के श्राप के कारण समुद्र में समा गई यादव आपस में लड़ लड़के मर गए थे। श्री कृष्ण योग निद्रा में लेटे हुए थे कि तभी जरा नाम के राक्षस ने उनके पैरों में उपस्थित पद्म के चिन्ह को हिरण की आंख समझकर तीर चला दिया।

जब उसने आकर देखा तो श्री कृष्ण के पैर में तीर लगा हुआ था उसने भगवान से शमा मांगी भगवान ने उसको आशीर्वाद दिया और कहा कि यह सब मेरे ही आदेश से हुआ है.

अब मेरे जाने का समय हो गया है और भगवान अंतर्धान हो गए।

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