विश्वामित्र की तपस्या क्यों भंग हुई थी? जानिए
विश्वामित्र गाधि के पुत्र थे। पौराणिक धर्म ग्रंथों और हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह माना जाता है कि उन्होंने कई वर्ष तक सफलतापूर्वक राज्य किया था। विश्वामित्र अपने समय के वीर और ख्यातिप्राप्त राजाओं में गिने जाते थे। लम्बे समय तक राज्य करने के बाद वे पृथ्वी की परिक्रमा के लिए निकले।
एक समय की बात हैं।
विश्वामित्र जी वन में कठोर तपस्या कर रहे थे। इनके तपस्या से इंद्र देव काफी भयभीत हो गये की कहीं हमारा अस्तित्व खत्म ना हो जाएं। इसलिए उनके तपस्या में विघ्न डालने की साजिश रचने लगें। उन्होंने स्वर्ग की एक सुंदर अप्सरा
मेनका
को उनके पास तपस्या भंग करने के लिए भेजा। मेनका की अथक प्रयासों ने विश्वामित्र जी कि तपस्या भंग कर दिए। अब विश्वामित्र जी तपस्या नही कर सकते थे। बाद में उन्होंने मेनका से विवाह कर लिए। जिनके पश्चात उनके घर में एक सुंदर पुत्री शकुंतला का जन्म हुआ।