वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम आदमी को बजट में क्या-क्या तोहफे दिए हैं? जानिए
आज दिनांक 01/02/2021 के दिन केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने देश का बजट पेश किया। यह देश का पहला डिजिटल बजट है जिसे टेबलेट(टैब) के द्वारा पेश किया जाएगा। यह बजट पुर्णतः पेपरलेस रहेगा।
आम आदमी को बजट से क्या मिला-
पहली बार देश की जनगणना डिजिटल होगी। यानी डिजिटल सेंसस होगा।
100 से ज्यादा सैनिक स्कूलों का गठन होगा। इससे अलावा HECI यानी हाईयर एजुकेशन काउंसिल का गठन होगा।
15,000 स्कीलों को आदर्श स्कूल बनाया जाएगा। रिसर्च के क्षेत्र में 50,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
आदिवासी इलाकों में स्कूल खोलने पर 38,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
स्टार्टअप्स के लिए मार्जिन मनी की आवश्यकता को 25% से घटाकर 15% करने का प्रस्ताव दिया।
8 करोड़ परिवार को लाभ देने वाली उज्जवला स्कीम जारी रहेगी. 1 करोड़ और लोगों तक इसका लाभ पहुंचाया जाएगा।
सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में हम अगले तीन सालों में 100 और ज़िलों को जोड़ेंगे। गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट को जम्मू कश्मीर तक पहुंचाया जाएगा।
किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य पर सरकार कायम।
साथ ही कई अन्य बजट भी पेश किये गए-
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022 के लिए 1.76 लाख करोड़ विनिवेश का लक्ष्य रखा है। इसी वित्त वर्ष में LIC का IPO लाया जाएगा। इसके अलावा IDBI में विनिवेश होगा। वित्त मंत्री ने कहा कि BPCL, एयर इंडिया, IDBI, एससीआई और कॉनकोर का विनिवेश वर्ष 2021-22 में पूरा हो जाएगा।
इंश्योरेंस सेक्टर को विदेशी निवेश को मंजूरी
फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने इंश्योरेंस सेक्टर को विदेशी निवेश के लिए और खोल दिया है। इंश्योरेंस सेक्टर में अब विदेशी निवेश की सीमा (FDI) 74 फीसदी है। यह पहले 49 फीसदी थी।
रेलवे के लिए बजट
रेल बजट पर 1.1 लाख करोड़ खर्च होगा। वहीं, 2030 को ध्यान में रखकर रेवले के लिए एक प्लान तैयार हो रहा है। 46,000 किमी रेल लाइन पर इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ेगी।
स्वास्थ्य सेक्टर के लिए बड़ी घोषनाएं
वित्त मंत्री ने स्वास्थ्य का बजट 94 हजार करोड़ से बढ़ाकर 2.23 लाख करोड़ किया। साथ ही देश भर में 75 हजार हेल्थ सेंटर्स बनाए जाएंगे और 17 नए पब्लिक हेल्थ यूनिट शुरू किए जाएंगे। सरकार ने कोरोना वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ रुपये रखे हैं। साथ ही 7 बायो सेफ्टी स्तर के 3 लैब, वायरोलॉजी लैब का भी गठन करने की घोषणा की है और 15 हेल्थ इमरजेंसी सेंटर और 2 मोबाइल अस्पताल की शुरुआत की बात कही है।
ऑटो सेक्टर के लिए बिग वॉलेंटरी व्हीकल स्क्रैपिंग पॉलिसी लॉन्च की।
बजट में आम आदमी को किया गया अनदेखा
आदमी बजट इसी उम्मीद से देखता है कि शायद बजट के दूसरे चऱण में उसकी जेब के लिए कोई फैसले आ जाए। लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ। सरकार का फोकस फिलहाल इंडस्ट्री सेक्टर्स में रहा।