लोगों ने घर में भारतीय स्टाइल कमोड लगवाना बंद क्यों कर दिया है? जानिए
इसके दो बड़े कारण हैं। पहला यह कि आबादी का एक बहुत बड़ा वर्ग अब ऊंकड़ूं या घुटने मोड़ कर पैरों के बल बैठने का आदि नहीं रहा क्योंकि हमारे रहन-सहन और तौर तरीकों में एक बड़ा बदलाव आ गया है।
अधिकांश भारतीय घरों में हम लोग टेबल व कुर्सीयों के प्रयोग के आदि हो गए हैं अतः अब हमारी पालथी मारकर तथा पैरों के बल बैठने की आदत लगभग समाप्त हो गई है। जो लोग ऊंकड़ूं बैठने के अभ्यस्त नहीं है वे भारतीय स्टाइल के कमोड पर बैठने में भारी असुविधा महसूस करते हैं।
दूसरा कारण यह है कि पश्चिमी स्टाईल का कमोड प्रयोग में अधिक सुविधाजनक है। विशेष कर सीनियर सिटीजन्स तथा बीमार व घायल व्यक्तियों के लिए।
आयु बढ़ने के साथ-साथ कमजोरी, गठिया, आर्थराइटिस जैसी बीमारियों के कारण जब घुटने जबाब दे जाते हैं तब यह एक वरदान साबित होता है। शेष आप सबका घरों में अपने अपने बड़े बुजुर्गों के साथ अपना अपना अनुभव भी होगा।