लैपटॉप की बैटरी 2 साल में खराब हो ही जाती है, ऐसा क्यों?

लैपटॉप कम्पनिया जान बूझकर हमारी जेब ढीली करने के लिए बैटरी को खराब बताकर नयी बैटरी खरीदने पर मजबूर करती है।

लैपटॉप बैटरी खोलकर देखेंगे तो आप पाएंगे कि उसके अंदर कई लिथियम सेल का कॉम्बिनेशन है।

लिथियम सेल की चार्ज डिस्चार्ज साइकिल की कुछ लिमिट होती है।

जैसे 500 बार तक फुल चार्ज – डिस्चार्ज (साइकिल ) तक बहुत अच्छी बैकअप देती है। 700 साइकिल तक भी ठीकठाक बैकअप दे लेती है।
लेकिन आजकल लैपटॉप निर्माता क्या करते है कि वे लैपटॉप बैटरी में ऐसी सर्किट लगा देते है जो गिनती करता रहता है कि आपने कितनी बार बैटरी को चार्ज-डिस्चार्ज किया। सर्किट 500 साइकिल भी नहीं बस 300 साइकिल तक ही काम करता है।

बैटरी जैसे ही 300 साइकिल पूरी करती है, बैटरी मैनजमेंट सर्किट (BMS) निष्क्रिय हो जाता है और बैटरी की कहानी 300 साइकिल पर ही खत्म।
ये है मेरी लैपटॉप बैटरी:

इसकी बैटरी लगभग 2 साल में खराब हो गई थी। मैंने बैटरी की सर्किट को जुगाड़ लगाके रीड किया तो पता चला बैटरी की साइकिल 300 हो गया था।

मैंने सोचा चलो इसके अंदर नई लिथियम सेल डालकर देखते है। मैंने पुराने 4 लिथियम सेल की जगह एकदम नए सेल लगाए तब भी BMS आउटपुट वॉल्टज नहीं दे पा रहा था।

नेट पर, यूट्यूब एक हफ्ते तक गहरी छान बीन किया तो पता चला की कुछ कम्पनिया ऐसे ही करती है। 300 साइकिल पर भी अंदर का सेल बहुत अच्छा होता है फिर भी उसको रिटायर कर दिया जाता है ताकि हम नया लैपटॉप बैटरी खरीदेंं।

अब हम चाहे की चलो 300 साइकिल ही सही और उन पुरानी सेलों को नयी सेल से बदले तो भी BMS काम नहीं करेगी। क्योंकि:

कुछ कम्पनिया BMS के EEPROM चिप को को सीक्रेट कोड से लॉक करके रखती है। नई बैटरी लगा भी दे तो भी EEPROM चिप नई बैटरी की साइकिल 300 ही समझेगी और आउटपुट वॉल्ट्ज नहीं देगी।
दूसरी बात जैसे ही पुरानी सेल निकालेंगे तो सर्किट डिटेक्ट कर लेगा और चिप में कुछ डिजिटल इन्फ्रोमेशन सेव रहती है जो पुरानी बैटरी हटाने के साथ ही गायब हो जाती है।
इन कारणों से नया सेल लगाकर भी हम या लोकल टेकनीशियन रिपेयर नहीं कर सकते।

रिपेयर करने हेतु 700 रूपये में, LG कंपनी की अच्छी गुणवत्ता वाली 4 लिथियम सेल आ जाती है। पर लैपटॉप कम्पनिया अपना मुनाफा हेतु रिपेयर करने का अधिकार सेफ्टी के नाम पर छीन लेती है। और हम 700 रुपए की जगह 3000-4000 की बैटरी खरीदते है।

नोट:

अगर आप लैपटॉप रोजाना बैटरी पर ही चलाते है ज्यादातर तो 300 साइकिल 1 साल में भी पहुंच जाती है और यदि आप लैपटॉप को बैटरी पर थोड़ी ही देर इस्तेमाल करते है तो 300 साइकिल पहुंचने में 2 साल या 4 भी लग सकते है।
सभी कम्पनिया BMS लॉक और 300 वाली लिमिट नहीं रखती। कई कंपनिया जब तक बैटरी चल सके चलाती है। नए मॉडल्स के लैपटॉप में ये लिमिट वाली तकनीक आने लगा है।
अगर आप बैटरी लाइफ बढ़ाना चाहते है, चाहते है की बैटरी 5 साल तक अच्छे से चले तो आपको चार्ज – डिस्चार्ज साइकिल कम ही रखना होगा। इसके लिए आप अपनी बैटरी को या तो हमेशा प्लग इन रखे 100 % पर या फिर 60-80 % के बीच में इस्तेमाल करे।

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