रेलवे स्टेशनों के नाम के साथ जंक्शन, टर्मिनस या सेंट्रल क्यों लगाते हैं? जानिए
टर्मिनस/टर्मिनल स्टेशन
वह स्टेशन जहां रेलवे ट्रैक समाप्त हो जाए या उस स्टेशन के आगे कोई ट्रैक (पटरी) नहीं हो तो उस स्टेशन को टर्मिनल या टर्मिनस कहा जाता है। इस स्टेशन के बाद में रेल को उसी दिशा में जाना पड़ता जिस दिशा से वह आई हो। जैसे– छत्रपति शिवाजी टर्मिनल, लोकमान्य तिलक टर्मिनल, हावड़ा टर्मिनल, बांद्रा टर्मिनल आदि।
रेलवे जंक्शन
वह स्टेशन जहां दो या दो से अधिक रेल मार्ग होते हैं, उसे जंक्शन कहा जाता है। मतलब इस स्टेशन पर एक रेल को जाने के लिए कम से कम तीन मार्ग होते हैं। यानी ट्रेन एक साथ दो रास्तों से आ भी सकती है और जा भी सकती है। जैसे गोरखपुर जंक्शन, लखनऊ जंक्शन आदि।
सेंट्रल स्टेशन
वह स्टेशन जो बहुत बड़ा है जहां व्यस्तता ज्यादा हो और उस स्टेशन पर रेलों की बहुत ज्यादा संख्या में आगमन और प्रस्थान हो तो उसे सेंट्रल स्टेशन कहा जाता है। इस स्टेशन को उस सिटी का सबसे महत्वपूर्ण स्टेशन माना जाता है। जैसे कानपुर सेंट्रल, चेन्नई सेंट्रल आदि।