यह है दुनिया का सबसे गंदा इंसान

3 वर्षीय अमोऊ कहता है कि उसने 65 साल से अपने शरीर पर पानी की एक बूंद तक नहीं डाली है क्योंकि उसे पानी से डर लगता है. वह ये भी कहता है कि अगर वह नहाएगा तो बीमार पड़ जाएगा. अमोऊ  कभी भी अपने खाने पीने की चीजों को साफ-सुथरा नहीं रखता क्योंकि उसे साफ-सुथरी चीजों से नफरत है.

न्यू दिल्ली: अब तक आपने कई आश्चर्य कर देने वाले फैशन के बारे में सुना और देखा होगा. दुनिया में एक से बढ़ कर एक रिकार्ड हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे रिकार्ड के बारे में बताया रहे हैं जिसे सुन कर आप हैरान रह जाएंगे. ये इंसान पिछले 65 सालों से नहीं नहाया है. इरान के रहने वाले अमोऊ हाजी का कहना है कि वो पिछले 65 सालों से नहीं नहाया है. आइए जानते हैं क्या है अमोऊ की लाइफस्टाइल 

साफ-सुथरी चीजों से है नफरत

83 वर्षीय अमोऊ कहता है कि उसने 65 साल से अपने शरीर पर पानी की एक बूंद तक नहीं डाली है क्योंकि उसे पानी से डर लगता है. वह यह भी कहता है कि अगर वह नहाएगा तो बीमार पड़ जाएगा. अमोऊ कभी भी अपने खाने पीने की चीजों को साफ-सुथरा नहीं रखता क्योंकि उसे साफ-सुथरी चीजों से नफरत है. अमोऊ का कहना है की ये गंदगी ही उनको 83 की उम्र में भी स्वस्थ और ह्रष्ट- पुष्ट रखती है. उसके अनुसार वो गंदगी की ही वजह से इतनी लंबी उम्र जी रहा है. इसके बाद कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी कि कई बार अपने इसी ना नहाने की वजह से अमोऊ को गांव के बाहर रहना पड़ता है.

इस अद्भुत रिकार्ड वाले अमोऊ की डाइट उतनी ही अजीबोगरीब है. अमोऊ एक्सीडेंट या प्राकृतिक तरीके से मरे जानवरों का सड़ा मांस खाना पसंद करते हैं. उनको नॉन वेज खाना ज्यादा पसंद है. जानवरों के सड़े मांस के अलावा अमोऊ को गंदे सड़े घरेलू साग-सब्जी के कचड़े भी पसंद है. अमोऊ को घर का बना स्वादिष्ट भोजन कतई पसंद नहीं है.

मिट्टी मे रहता है अमोऊ

इनका अपना कोई घर नहीं है. वो अपने गांव से दूर जमीन में बने गड्ढों में रहते हैं. हालांकि, गांव वालों ने अमोऊ के लिए एक छोटी सी झोपड़ी बनाई है लेकिन वो उसमें नहीं रहता है. अमोऊ को मिट्टी मे रहना ज्यादा सुखद लगता है. अमोऊ को किसी भी तरह कि गंदगी से कोई इंफेक्शन नहीं होता है. हालांकि, गांव वाले उससे वहां मिलने आते रहते हैं.

आपको बता दें कि अमोऊ को सिगरेट पीने का काफी शौख है लेकिन यहां भी अमोऊ ने गंदगी का एक नया रिकार्ड बना रखा है. गांव वाले अमोऊ को जो सिगरेट दे जाते हैं, उसके खत्म होने के बाद अमोऊ चिलम में जानवरों का सूखा मल डालकर भी पीते हैं. अमोऊ कहते हैं कि वो इस दुनिया की सारी सुख-सुविधाएं त्याग कर वो इस तरह के जीवन मे बेहद खुश हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *