मुकेश अंबानी अपने छोटे भाई अनिल अंबानी की मदद क्यों नहीं कर रहे ?
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) ने एरिक्सन की बकाया राशि का भुगतान मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज को कॉर्पोरेट संपत्ति लीज पर रखकर किया था। चीनी बैंकों के साथ वित्तीय विवाद मामले में यूके कोर्ट में अनिल अंबानी द्वारा प्रस्तुत कानूनी दस्तावेजों के अनुसार, इससे उन्हें 460 करोड़ रुपये मिले थे।
मिली जानकारी के अनुसार अनिल अंबानी के एक प्रवक्ता ने कहा कि एरिक्सन मामला एक कॉर्पोरेट लायबिलिटी से संबंधित है, और इसको पूरा करने के लिए राशि कॉर्पोरेट परिसंपत्तियों को पट्टे पर देकर एक कॉर्पोरेट लेनदेन के माध्यम से उठाई गई थी।
एरिक्सन बकाया मामले में अरबपति मुकेश अंबानी ने अपने छोटे भाई अनिल अंबानी को जेल जाने से बचाने के लिए कोई वित्तीय सहायता प्रदान नहीं की थी।
आपको याद दिला दें कि पिछले साल मार्च में एरिक्सन के बकाया चुकाने के मामले में अनिल अंबानी के जेल जाने की नौबत आ गई थी, उस वक्त खबर ये भी मिली थी की उन्हें बड़े भाई मुकेश अंबानी ने 460 करोड़ देकर बचा लिया। लेकिन आज ये बात एक बार फिर से सामने आई है कि मुकेश अंबानी ने पैसे देकर अपने भाई की मदद नहीं किए थे।