मिर्ची में कौन सा एसिड होता है? जानिए
हम जिसे वर्तमान समय में मिर्च के नाम से जानते हैं यह सोलहवीं शताब्दी में पुर्तगाली व्यापारियों द्वारा अमेरिकी महाद्वीपों से भारत में लाई गई। इन्हें चिली, चिली पेपर तथा केप्सीकम कहा जाता है।
इनका तीखापन भारतीय मसाले काली मिर्च, पिप्पली, आदि (जिन्हें संस्कृत में मरीच भी कहते हैं ) के समान होने से यह भारतीय उपमहाद्वीप में मिर्च के नाम से बेची जाने लगी।
इनका तीखापन इन मिर्चों में पाए जाने वाले इन रसायनों से होता है (आनुपातिक दृष्टि से) :
- Capsaicin (केप्सैसिन) (8-methyl-N-vanillyl-6-nonenamide) लगभग ६९%
- Dihydrocapsaicin (डाई हाइड्रोजन केप्सैसिन) (N-(4-Hydroxy-3-methoxybenzyl)-8-methylnonanamide) लगभग २२%
- Nordihydrocapsaicin (नॉर्डाई हाइड्रोजन केप्सैसिन) (N-(4-Hydroxy-3-methoxybenzyl)-7-methyloctanamide) लगभग ७%
- Homocapsaicin (होमो केप्सैसिन) ((6E)-N-(4-Hydroxy-3-methoxybenzyl)-8-methyldec-6-enamide) लगभग १%
- Homodihydrocapsaicin (होमो डाई हाइड्रोजन केप्सैसिन) (N-(4-Hydroxy-3-methoxybenzyl)-9-methyldecanamide) लगभग १%
- Nonivamide (नोनिवामाइड) (N-[(4-Hydroxy-3-methoxyphenyl)methyl]nonanamide) अत्यल्प मात्रा में
यह सभी रसायन एमाइड हैं जिन्हें capsaicinoid (केप्सैसिनॉइड) कहते हैं।