भारत में पहली सुपरफास्ट ट्रेन किस वर्ष चली? जानिए इसके बारे में
भारत में रेल आजादी से पहले से ही मौजूद थी, जिसके जरिए हिंदुस्तान के अलग-अलग हिस्से में पहुंचा जा सकता था।
भारत में ट्रेनें तो मौजूद थी, लेकिन एक फास्ट यानी तेज गति की ट्रेन की अभी भी दरकार थी। इस कमी को पूरा करने वाली ट्रेन आई, जिसका नाम था राजधानी एक्सप्रेस।
साल 1962 से काम होना शुरू हुआ, जिस दौरान कई इंजनों और रेल डिब्बों का परीक्षण किया गया। इन्हें खराब मौसम जैसे भारी बारिश में भी आजमाया गया।
अपने हर तरह के एक्सपेरिमेंट्स के बाद आखिर वो दिन आ ही गया, देश को उसकी पहली सबसे तेज गति से भागने वाली ट्रेन मिल गयी।
1 मार्च, 1969 को राजधानी एक्सप्रेस पटरियों पर दौड़ने के लिए तैयार थी। तत्कालीन रेल मंत्री राम सुभाग सिंह ने राजधानी पर फूलों की माला चढ़ाकर, इसे चलने के लिए हरी झंडी दिखाई।
जिसके बाद, यह 120 किमी प्रति घंटा की स्पीड से नई दिल्ली से कोलकाता के हावड़ा स्टेशन पर पहुंची। इसने पहले 24 घंटे में तय किये जाने वाले सफर को 17 घंटे में खत्म कर दिया, यहीं से यह यात्रियों और देश का दिल जीतने में कामयाब हो गई।
पहली सबसे सुपरफास्ट ट्रेन का नाम ‘राजधानी एक्सप्रेस’ रखने ये मकसद था कि यह देश को राजधानी दिल्ली से जोड़ रही