भारतीय रेलवे द्वारा पेश किए गए नए AC 3 टियर कोच कैसे हैं? जानिए
बहुत ही बेकार है। क्योंकि नए ac डिब्बों में सीट की संख्या बढ़ा दी पर ac कंप्रेसर की केपेसिटी पुरानी ही है। कोच हल्के फाइबर के बना दिये है जिसकी बजह से कोच गरमियों में या ac बन्द होने पर तुरंत गर्म हो जाते है। कोच में पंखे नही है। टेक्नोलॉजी जिस देश की ली हुई है वहाँ का तापमान और भारत का तापमान अलग अलग है।
जिस तरह भारत अपने पुराने डिब्बे बंगलादेश को बेच रहा है वैसे ही यह टेक्नोलॉजी भारत को दी गई है और हम बहुत खुश होते है कि हमारे पास नए कोच है। इस गाड़ी की ऑपरेटिंग मुश्किल है।समान मिलता ही नही। इंजिनीरिंग पब्लिक और रेलवे कर्मचारियों की सलाह नही लेते।
आप मानो या न मानो पर सबसे ज्यादा कम्पलेंट इन नए ac डिब्बो की ही होती है क्योंकि सवारी कभी भी संतुष्ट नही हो पाती। जबकि जो पुराने सेल्फ genration कोच है ,उनकी बहुत ही कम कम्पलेंट होती है और उसका तुरंत समाधान भी हो जाता है।पर इन LHB कोच में आप चलती गाड़ी में कुछ नही कर सकते।
और सरकार बस गाड़ियो की संख्या और कोच में सीट की संख्या बड़ा रही है पर कोच की कूलिंग केपेसिटी नही बढ़ा रही मैं भी एक Ac tech ही रेलवे में। और जितना अपमान रेलवे कर्मचारियों का होता है ,उतना किसी का नही होता।