भारतीय इतिहास की सबसे महंगी गलतियों में से कुछ क्या हैं? जानिए
इतिहास का जानकार तो मैं नही परंतु ये बात दावे से कह सकता हूँ कि लगभग 1100 वर्ष पूर्व भारत के अंतिम सम्राट पृथ्वीराज तृतीय की ये भूल समस्त भारत वर्ष और सनातन धर्म को अच्छे से भारी पड़ गयी जिसकी कीमत आज तक हम चुका रहे है।
- मुहम्मद गोरी को बार बार क्षमा करना सबसे बड़ी भूल थी। उसने उसके दिन आने पर पृथ्वीराज का साम्राज्य ध्वंसत करने में एक क्षण भी नही लगाया।
- पृथ्वीराज ने एक स्त्री के हरण के लिए अपने परम शूरवीर रणविजय योद्धाओं जो एक एक अकेला 50 शत्रुओं पर भारी पड़े, उन अनमोल रत्नों की बलि दे दी। जिससे उनकी अजेय सेना दुर्बल हो गयी।
- पृथ्वीराज रासो के अनुसार ये संयुक्ता को दिल्ली लाने के बाद 6 महीने तक अपने कक्ष से बाहर तक नही निकले। सारा राज-काज अस्त व्यस्त हो गया और प्रजा में भय व्याप्त हो गया।
- शत्रु सर पर आ खड़ा हुआ किन्तु ये स्त्री सुख में इतने उन्मत्त रहे कि उस ओर बार बार सभासदों द्वारा ध्यान दिलाने पर भी नही जागे।
- अंत में युद्ध के लिए बिल्कुल भी तैयार नही हुई सेना को लेकर युद्ध स्थल पर गए और वीरगति को प्राप्त हुए।
- जिस शत्रु को अनेको बार अभयदान दिया और उसके प्राण नही लिए, उसने अंततः छल से भारत के अंतिम सम्राट को बंदी बना लिया।
इस युद्ध के बाद भारतवर्ष बाहरी आताताइयों और आक्रमणकारियों से निरंतर जूझता रहा और पुनः कभी एक सशक्त सनातन धर्म सम्राट का राज्यतिलक भारतवर्ष की भूमि पर नही हो पाया।