भगत सिंह को अब तक शहीद का दर्जा क्यों नहीं मिला है? जानिए
सरकार शहीद का दर्जा केवल तीन सेनाओं के सैनिकों को देती है, अर्द्ध सैनिक बलों के जवानों को भी नहीं और नागरिकों को भी नहीं। BSF और CRPF की यह पुरानी मांग है कि इस सूची में उन्हें भी शामिल किया जाय।अभी तक किसी सरकार ने इस मांग को पूरा नहीं किया है क्योंकि इसका आर्थिक पहलू भी है।
भगतसिंह जैसे नागरिकों को शहीद का दर्जा जनता देती है। जनता ने उन्हें शहीद नहीं शहीदे आज़म का दर्जा फांसी के दिन से दे रखा है। अब तो हमारी देखा-देखी पाकिस्तान में भी उन्हें इस नाम से पुकारा जाता है।