बड़ी खबर : उत्तराखंड पोल्ट्री फार्म में मृत पाई गई 200 मुर्गियां संकट में रोजगार

बर्ड फ्लू की दहशत अब प्रदेश में बढ़ती जा रही है और पक्षियों के मृत पाए जाने का सिलसिला भी थमता नहीं दिख रहा है। लगभग सभी जिलों में बीमार पक्षी दम तोड़ रहे हैं और यह फ्लू तेजी से उनके बीच में फैल रहा है।देशभर के 10 राज्यों में यह फ्लू तेजी से फैल रहा है जिसमे अब उत्तराखंड राज्य भी आ गया है। जहां पर बर्ड फ्लू आउट ऑफ कंट्रोल होता जा रहा है और तेजी से पक्षियों की जान ले रहा है। बताया जा रहा है कि, यह फ्लू कौवों को अपनी चपेट में ज्यादा ले रहा है क्योंकि राज्य में अबतक सबसे ज्यादा मृत कौवे ही पाए गए हैं।

पर अब यह फ्लू मुर्गियों के अंदर भी देखने को मिल रहा है और मुर्गियों की जान ले रहा है। इससे मुर्गी पालन से जुड़े लोगों के बीच में चिंता की स्थिति बनी हुई है।टिहरी जनपद में मुर्गी फार्म के अंदर मुर्गियों के मरने का सिलसिला थम नहीं रहा है। टिहरी जनपद के विकास खंड कीर्तिनगर में स्थित महावीर सिंह राठौड़ के मुर्गी फार्म में मुर्गियां लगातार दम तोड़ रही हैं और अभी तक लगभग 200 से भी अधिक मुर्गियां फॉर्म में मर गई है।

इस घटना को लेकर पशु विभाग भी चिंतित हो रखा है और उन्होंने मुर्गी फार्म में सावधानी बरतने को कहा है। विभाग द्वारा कड़कनाथ मुर्गी का सैंपल क्लेक्ट कर मुख्यालय भेज दिया गया है। वहीं मुर्गियों की मौत की जानकारी के लिए राजस्व विभाग भी मौके पर पहुंचा और घटनास्थल पर पशु चिकित्सा अधिकारियों समेत कई लोग मौजूद रहे। मुर्गी फार्म के मालिक महावीर सिंह का कहना है कि उन्होंने बेरोजगारी से छुट्टी पाने के लिए गांव में ही पोल्ट्री फार्म खोला था लेकिन फार्म में कड़कनाथ मुर्गा की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। वर्तमान में उनके पास 320 मुर्गियां थीं जो कि रोजाना मर रही हैं। उन्होंने बताया कि उनको अब तक लगभग 200 मुर्गियों का नुकसान हो चुका है।

बर्ड फ्लू का फैलना मुर्गी पालन के व्यवसाय के ऊपर भी काफी असर डाल रहा है। बर्ड फ्लू के कारण मुर्गी पालक परेशान हो रखे हैं और कई लोगों ने मुर्गी फार्म खोलकर स्वरोजगार शुरू किया था। लेकिन अब, उनके बीच में भी यह डर बैठ गया है कि कहीं उनकी मुर्गियां भी फ्लू की चपेट में आ गईं तो उन को भारी नुकसान उठाना और उनका व्यवसाय खत्म हो जाएगा। इस कारण वो बड़ी चिंता में हैं।

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