बादाम को पानी में भिगो कर छिलके सहित खाना चाहिये या बिना छिलके के जानिए
सुबह सुबह भीगे हुए बादाम खाने से पेट से निकला हाइड्रोक्लोरिक एसिड विनियमित (Regulate) होता है। जिससे एसिडिटी की शिकायत दूर होती है और पेट में प्रोटीन का पाचन भी पूरे दिन ठीक रहता है।
आप भीगे हुए बादाम का दूध भी बना कर पी सकते है।
भिगोए हुए बादाम में विटामिन बी 17 और फॉलिक एसिड (Folic Acid) होते हैं, जिससे कैंसर के खतरे को कम करने की क्षमता रखता है।
7 की जगह अगर आप रोजाना 4 बादाम भी भिगोकर बासी मुँह खाते है तो भी आपको अच्छा परिणाम देखने को मिलेंगे।
और अगर आप अपने मानसिक स्थिति मे बहुत जल्द सुधा चाहते है तो योगा करिये और Meditation करिये बेहतरीन परिणाम वों भी कम समय मे ।
बादाम खाने से दिमाग तेज होता है। जो लोग प्रति दिन बादाम खाते हैं वे लोग स्वस्थ रहते हैं।उनका दिमाग भी तंदुरुस्त रहता है और बुढ़ापा भी जल्दी से उनके नजदीक नहीं आता।
बादाम की मात्रा जरूरत से अधिक लेने से बादाम खाने के नुकसान भी हो जाते है । ऐसा नहीं है कि बादाम सूखा नहीं खाए जा सकता, खा सकते हैं लेकिन इसको लिमिट से है खाया जाए, बादाम तासीर का गरम होता है, ज्यादा खाने से कब्ज़ और पेट मे सूजन हो सकता है, क्योंकि इसमे फ़ाइबर अधिक होता है व देर से पचता है । बादाम मे पाया जाता है। हमारे शरीर को एक दिन में जितने विटामिन ई की आवश्यकता होती है, उससे अधिक मात्रा में बादाम खाएगे तो विटामिन ई की मात्रा बढ़ जाती है । जिससे पेट फूलना, सिर में दर्द और सुस्ती भी आ सकती है।
बादाम में अधिक मात्रा में न्यूट्रीशन और मिनरल्स पाए जाते हैं जैसे प्रोटीन, ओमेगा 3 फैटी एसिड, ओमेगा 6 फैटी एसिड, विटामिन E, कैल्शियम और फॉस्फोरस आदि ज्यादा मात्रा में होते हैं।
कच्चे बादाम की तुलना में भीगे हुए बादाम का सेवन करना ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि रात भर इसे भीगाने के बाद इसके छिलके में मौजूद टॉक्सिक पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और ज्यादातर न्यूट्रीयेंट्स हमें मिल जाते हैं।
भीगा हुआ बादाम पाचन शक्ति को बढ़ाता है।
भीगा हुआ बादाम दिमाग की कोशिकाओं और न्यूरॉन्स को पोषण प्रदान करता है जिससे दिमाग मजबूत और तेज होता है सोचने समझने और निर्णय करने की क्षमता बढ़ती है और याददाश्त काफी तेज हो जाती है।
गर्भवती महिलाओं के लिए भीगा बादाम बहुत ही लाभदायक होता है क्योंकि भीगे बादाम से गर्भवती महिला और उसके पेट में पल रहे बच्चे को पूरा पोषण मिलता है अतः मां बेटे दोनों के लिए सर्वोत्तम आहार होता है।
भीगे बादाम से शरीर में उपस्थित बेकार कोलेस्ट्रॉल कम होता है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल जिसकी शरीर को आवश्यकता होती है वह बढ़ता है।
भीगे बादाम मैं बहुत सारे एंटी ऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं इसलिए यह दिल के लिए बहुत ही लाभदायक होता है यह दिल की मसल्स को मजबूत करता है और हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है।
भीगे बादाम खाने से काफी देर तक भूख नहीं लगती इसलिए यह मोटापे को नियंत्रित करने में भी काफी मददगार होता है।
नियमित भीगे बादाम खाने से व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती हैं।
भीगे बादाम नियमित रूप से खाने पर व्यक्ति पर बढ़ती उम्र का प्रभाव नहीं होता, व्यक्ति अपनी उम्र से काफी जवान दिखता है उसकी त्वचा काफी ग्लो करती है।