प्रोग्रामर हमेशा डार्क मोड़ का ही उपयोग क्यु करते है? जानिए वजह

ऐसी कोई बात नहीं है कि प्रोग्रामर ही डार्क मॉड का इस्तेमाल करते हैं इसे एक नॉर्मल व्यक्ति भी प्रयोग करता है जब वह घंटो घंटो अपने मोबाइलों में या फिर कंप्यूटर में काम करता रहता है।

एक तरह से हम कह सकते हैं कि डार्क मॉड हमारी आंखों की सुरक्षा करता है। आप देखते होंगे कि आप अगर घंटो देर अपने मोबाइल या कंप्यूटर को लगातार प्रयोग कर रहे हो तो आप के सर में दर्द होने लगती जिसका कारण आपका एक नॉर्मल वाइट थीम्स की वजह से होती है और प्रोग्रामर का काम प्रोग्रामिंग करना होता है वह कई घंटे अपने सिस्टम कंप्यूटर में लगे रहते हैं और ऐसे में आंखों पर ज्यादा असर पड़ता है जिसके परिणाम स्वरूप आंखें में अजीब सी होने लगती है और सर में दर्द होने लगता है।

प्रोग्रामर कई घंटे अपने काम को अंजाम देते हैं इसी वजह से वह डार्क मोड का प्रयोग करके घंटों देर सिस्टम पर लगातार कार्य करते हैं जिससे आंखों पर असर कम पड़ता है। डार्क मॉड में आंखों की सुरक्षा के साथ-साथ आपके सिस्टम और लैपटॉप की समय अवधि और भी बढ़ जाती है मेरा मतलब है कि अगर आप अपने फोन को या फिर अपने कंप्यूटर को डार्क मोड में या फिर ब्लैक एंड वाइट में यूज करते हो तब आपकी बैटरी बहुत कम खपत होगी और आपकी मोबाइल अधिक देर तक चलेगी।

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