पुराने समय में किसान “खेती करने के लिए” किस तरह के औजारों का उपयोग करते थे ?

कुछ इसी तरह की प्रदर्शनी मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय में लगाई गई है। ‘अवयव’ नाम से आयोजित इस प्रदर्शनी में खेती-किसानी के औजारों व उपकरणों को प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शनी में दर्शकों को ग्रामीण परिवेश की एक खास झलक दिखने को मिल रही है। शहरवासियों के लिए ग्रामीण परिवेश की यह प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, जिसे देखने के लिए रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।

प्रदर्शनी में विभिन्न जनजातियों द्वारा कृषि में उपयोगी उपकरणों जैसे-नागर, कोलपा, कुरई, झॉका, महि/पिटोर, दुल्ली, तोल-ताकड़ी, खुरपी हंसिया आदि प्रदर्शित किए गए है।

इसके साथ ही जनजातियों में उपयोगी शिकार संबंधी औजार धनु और सरे, तीर-कमान, सांग, तीतर फंदा, असुन आदि भी प्रदर्शित किए गए हैं। इसके अलावा और भी कई औजार/उपकरण यहां देखने को मिलेंगे जो जनजातियों द्वारा उपयोग में लाए जाते हैं।

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