पितृ दोष का क्या असर होता है
पितृ का जीवन मे कितना महत्व है ये आज का इंसान शायद ही समझ पाए। आज जो असामान्य समस्याए जीवन मे उतपन्न हो रही है उनका मुख्य कारण ही पितृ दोष है। बहुत से हिन्दू ही अपनी परम्पराओ को अंधविस्वास का नाम दे देते है। आज सन्तान उतपत्ति की समस्या है, व्यापार ना चलने की समस्या है, विवाह ना होने की समस्या या सन्तान गलत मार्ग पर चले जाने की समस्या है इन सभी का मुख्य कारण ही पितृ दोष होता है। लेकिन लोग इन बातों को मानते नही है क्योकि आज इंसान अपने आपको बहुत बुद्धिमान समझता है।
सामान्य इंसान हो या एक साधक दोनो के जीवन मे पितरो का इतना महत्व है कि यदि पितृ प्रशन्न है तो इष्ट को अपनी किरपा देंनी ही होती है। और यदि पितृ रुष्ट है तो कितना ही पूजन पाठ, इष्ट ध्यान करलो कोई लाभ नही मिलता।
विवाह टूट जाते है पितृ दोष के कारण जबतक पितृ किरपा नही होगी जीवन मे चाहे कितना ही धन हो व्यक्ति सुख प्राप्त नही कर सकता। महीने में एक दो बार यदि पितरो के नाम से किसी गरीब को भोजन या वस्त्र आदि दान कर देंने से कुछ नही घट जाता।