पावर हाउस ऑफ सेल किसे कहा जाता है? जानिए
पावर हाउस ऑफ सेल माइटोकॉन्ड्रिया को कहते हैं। माइटोकॉन्ड्रिया एक ऐसा सेल ऑर्गेनल है जो एनर्जी प्रोड्यूस करने में मदद करता है। माइटोकॉन्ड्रिया एटीपी बनाता है। इसे हम सेमी ऑटोनॉमस बॉडी कहते हैं क्योंकि माइटोकॉन्ड्रिया के पास अपना खुद का डीएनए होता हैं,
जिससे माइटोकॉन्ड्रिया अपने खुद के कुछ फंक्शंस को अपने हिसाब से कर सकता है। माइटोकॉन्ड्रिया प्रोकैरियोटिक सेल्स में नहीं पाया जाता और कुछ मैच्योर यूकैरियोटिक सेल्स में भी नहीं पाया जाता जैसे आरबीसी।
माइटोकॉन्ड्रिया के अंदर मैट्रिक्स पाए जाते हैं। इसके दो कंपार्टमेंट होते हैं- इनर कंपार्टमेंट और आउटर कंपार्टमेंट। इनर कंपार्टमेंट को मैट्रिक्स बोलते हैं। इनय कंपार्टमेंट अंदर की तरफ मुड़े हुए होते हैं जिसे कृषटे बोलते हैं। कृषटे का कार्य सरफेस एरिया को बढ़ाना होता है।