दाल वाली रोटी को मिस्सी रोटी क्यों कहा जाता है? जानिए
सबसे पहले तो आप ये जान लें कि दाल वाली रोटी को मिस्सी रोटी नहीं कहा जाता है।
मिस्सी रोटी:
बेसन + गेहूं का आटा
( दो भाग बेसन + एक भाग गेहूं का आटा) इच्छानुसार_( कटा प्याज + कटी हरी मिर्च+ कटा हरा धनिया) हींग, अजमाइन, नमक,थोड़ा मोयन ( देसी घी या एक बड़ा चम्मच मलाई।
मिस्सी रोटी बनाने बक्त अजमाईन के पत्तो का भी इस्तेमाल कर सकते है।
2 .बेसन, चावल का आटा और गेहूं का आटा
कई जगह मिस्सी रोटी बनाने के लिए बेसन और गेहूं के आटे में चावल का आटा भी मिला देते है। जिससे रोटी और स्वादिष्ट बनती है।
3.. गेहूं और देसी (लाल चना)
बहुत से लोग गेहूं और देसी चना ( लाल चना) साथ में पिसवा लेते है। जिनका अनुपात एक भाग चना + दो भाग गेहूं रहता है।
(आप मिस्सी रोटी बनाने के लिए गेहूं का आटा और बेसन का अनुपात खुद की इच्छा से भी कर सकते है। क्योंकि कभी कभी बेसन ज्यादा होने से पेट में एसिडिटी का प्रब्लाम हो सकता है।)
- दाल की रोटी:
बहुत से घरों में दाल ( धुली मुंग दाल) के पराठे बनाते है।
मूंग दाल को दो घंटे के लिए भिगों दें।उसके बाद (बहुत हल्का सा) भगोन में उबलते पानी में डाल कर भपा लें। भीगी हुई भी डायरेक्ट दाल आप आटे मे डाल सकते है।( उसके लिए दाल ज्यादा देर भिगोनी होगी) दाल को अपनी इच्छानुसार मिक्सी में भी दरदरा पीस सकते है।
अब गेहूं के आटे में भीगी मुंग दाल + अदरक लहसुन का पेस्ट+ कटी हरीमिर्च + कटा हरा धनिया+ मोयन,( देसी घी या मलाई) + जीरा+ लाल मिर्च ( चिल्ली फलक्स) + सफेद नमक + काला नमक आदि मिला लें।
उपरोक्त सब चीजे मिलाकर दाल की रोटी बनाएं या पराठा। दोनो स्वादिष्ट बनते है।
5 .उरद दाल ( सफेद दाल) की कचौरी :
ये भी उत्तरप्रदेश में बहुत प्रसिद्ध है। वहां इसे कई सब्जियों और बूंदी के रायते के साथ परोसा जाता है। ये घर घर में, शादी ब्याह में भी बनाई जाती है।