जानिए भारत में कौन कौन से मुस्लिम देशों ने आक्रमण किये

तो भारत में मुख्यता 4 मुस्लिम आक्रमणकारी मानते हैं

1) प्रथम मुस्लिम आक्रमणकारी मोहम्मद बिन कासिम

2) प्रथम तुर्क आक्रमणकारी सुबुक्तगीन

3) द्वितीय तुर्क आक्रमणकारी महमूद गजनबी

4) तृतीय तुर्क आक्रमणकारी मोहम्मद गोरी

तो अब हम पूरे विस्तृत में जानेंगे-

प्रथम मुस्लिम आक्रमण

मुस्लिम आक्रमणकारी मे मोहम्मद बिन कासिम ने किया था
मोहम्मद बिन कासिम ने 711/ 712 ईसवी में आक्रमण किया था
मोहम्मद बिन कासिम अरब देश के निवासी थे
मोहम्मद बिन कासिम ने सिंध प्रांत के दहीर नामक राजा उस समय था वहां पर आक्रमण किया था
मोहम्मद बिन कासिम का मुख्य उद्देश्य धर्म और इस्लाम धर्म का प्रचार करना था
मोहम्मद बिन कासिम को प्रथम अरबी आक्रमणकारी वही बोलते हैं
मोहम्मद बिन कासिम को अमीर उपाधि नाम से भी जाना जाता है
यहां इस्लाम धर्म के संस्थापक मोहम्मद पैगंबर साहब के उत्तराधिकारी उमेद खलीफा के सेनापति थे
सर्वप्रथम इन्होंने कर प्रणाली गैर मुस्लिम पर जजिया कर लगाया था

प्रथम तुर्क आक्रमणकारी
प्रथम तुर्क आक्रमणकारी सुबुक्तगीन ने किया था
सुबोध गिनने 986 ईसवी में भारत पर आक्रमण किया था
सुबोध गिन का शासनकाल 977 से 997 ईसवी तक था
सुबुक्तगीन को उपाधि में अमीर उल उमरा कहा गया
सुबुक्तगीन को द्वितीय मुस्लिम आक्रमणकारी भी बोलते हैं
इन्होंने आक्रमण वहीं के साथ-साथ जयपाल जो हिंदू साहिबान थे उन पर किया था
शमनी वंश के शासक अबुल मलिक के मृत्यु के बाद अल्फागिन को शासक बनाया गया यह गजनी वंश के संस्थापक हैं
अल्पतगीन अबुल मलिक के गुलाम थे इनके प्रतिमा और सैन्य गुणों से प्रभावित होकर अबुल मलिक ने खुरासार का गवर्नर बना दिया
अल्पतगिन के गुलाम व दमाद सुपुत्र इन थे
सुबुक्तगीन के पुत्र महमूद गजनवी थे

भारत में द्वितीय तुर्क आक्रमण
द्वितीय तुर्क आक्रमणकारी महमूद गजनवी था
गजनी वंश के संस्थापक अल्पद गिन के गुलाम व दमाद सुबुक्तगीन के पुत्र महमूद गजनवी थे
इनका जन्म 1 नवंबर 975 ईसवी में हुआ
इन्होंने शासनकाल 998 से 1030 ईसवी तक किया
इनको उपाधि के तौर पर सुल्तान, यामीन, उछाला, अमीन उल मिल्लाह कहां गया|
द्वितीय तुर्क आक्रमणकारी भी कहते हैं
भारत में 1001 से लेकर 1027 तक 17 बार आक्रमण किया
इसकी जानकारी हेनरी इलियट के उल्लेख से प्राप्त होता है
भारत में आक्रमण का मुख्य उद्देश्य भारत की संपत्ति को लूटना था

17 बार आक्रमण भारत में मोहम्मद गजनवी के द्वारा कहां – कहां किया गया
वैहिन्द शासक जयपाल
पेशावर शासक जयपाल
भेरा राज्य शासन बाजीराव
मुल्तान
मुल्तान
पेशावर शासक आनंदपाल
नारायणपुर
मुल्तान
थानेश्वर
नंदन
कश्मीर
मथुरा व कन्नौज
कालिंजर
कश्मीर
ग्वालियर व कालिंजर
सोमनाथ मंदिर शासक भीमदेव (गुजरात)
सिंध

भारत में तृतीय तुर्क आक्रमण

गजनी और हेराथ के बीच छोटा सा राज्य गौर के शासक गयासुद्दीन का छोटा भाई मोहम्मद गौरी भारत में तृतीय दुर्ग आक्रमणकारी था
मोहम्मद गौरी ने 1173 इसवी में रजनी वंश का शासक बना
मोहम्मद गौरी ने फर्स्ट आक्रमण 1175 ईस्वी में मुल्तान पर किा
द्वितीय आक्रमण 1176 इसी में उच्छ पर किया
तृतीय आक्रमण भीलवाड़ा में 1178 में कियकिया
तराइन का प्रथम युद्ध – इस युद्ध में अजमेर शासक पृथ्वीराज चौहान और मोहम्मद गौरी के मध्य हुआ वर्ष 1911 ईस्वी में हुआ था इसमें पृथ्वीराज चौहान विजय हुए
तराइन का द्वितीय युद्ध अजमेर शासक पृथ्वीराज चौहान और मोहम्मद गौरी के बीच 1182 में हुआ इस युद्ध में पृथ्वीराज चौहान हार गए
पृथ्वीराज चौहान के हारने के बाद दिल्ली सल्तनत की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ और भारत में मुस्लिम राज का उद्गम हुआ
तराइन का तृतीय युद्ध इल्तुतमिश और याजुद्दीन यादौज के बीच हुए
मोहम्मद गौरी के चार गुलाम थे

ताजुद्दीन याल्दौज शासन गजनी शासक
कुतुबुद्दीन ऐबक शासन दिल्ली शासक
बख्तियार खिलजी शासन बंगाल शासक
नसीरुद्दीन उवाचा शासन मुल्तान शासक

चंदावर का युद्ध 1194 ईस्वी में हुआ
इस युद्ध में कन्नौज शासक जयचंद को हराकर मोहम्मद गौरी ने सिक्का का निर्माण
सिक्के में देवी लक्ष्मी का आकृति एक तरफ और दूसरे पर कलमा खुदाया देवनागरी लिपि में मोहम्मद बिन सान अंकिता था
मोहम्मद गौरी का मृत्यु भारत से गजनी वापस जाते हुए दमयंती स्थान पर करमार्पी कबीलों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *