जानिए कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी क्या है?

जैसा की नाम से जाहिर होता है कि इस टेक्नोलॉजी में कार्बन उत्सर्जन को वातारण में फैलने से पहले रोका जाता है, जिससे ग्लोबल हीटिंग की समस्या को कम किया जा सके। कार्बन कैप्चर टेकनोलॉजी में बड़ी फैक्ट्रियों और पावर प्लांट की चिमनियों से कार्बन डाइ आक्साइज को निकलने से रोका जाता है।

मतलब इन्हें कैप्चर करके दूसरी जगह स्टोर किया जाता है, जिससे यह वातारण को नुकसान न पहुंचा सके। इसके लिए फैक्ट्री की चिमनी पर सालवेंट फिल्टर लगाया जाता है। इसके बाद इसे स्टोर करके गहराई में इजेक्ट कर दिया जाता है, जहां से जीवाश्म गैस आती है।

इसके अलावा इसका इस्तेमाल प्लास्टिक बनाने, ग्रीन हाउस पौधों को उगाने और कार्बोनेट फिजी पेय बनाने में किया जा सकता है। बता दें कि इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी के मुताबिक पिछले साल कार्बन उत्सर्जन में तेजी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

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