जब रंग की वजह से इन 8 हीरोइनों का मज़ा उड़ गया
रेखा
सदाबहार अभिनेत्री रेखा अपने करियर की शुरुआत में सांवली और मोटी मिला करती थीं। उन्होंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत फिल्म सावन भादो से की थी। अपनी पहली फिल्म में, उन्हें गहरे रंग के वजह काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, जिसके बाद उन्होंने अपने लुक को पूरी तरह से बदल दिया।
खबर के मुताबिक, रेखा ने इसके लिए स्किन लाइटनिंग ट्रीटमेंट लिया। अब रेखा का नाम बॉलीवुड की ग्लैमरस अभिनेत्रियों की सूची में शामिल है। खूबसूरती में, वह आज की युवा अभिनेत्रियों को भी हरा देती है।
प्रियंका चोपड़ा
आज बॉलीवुड और हॉलीवुड दोनों पर राज करने वाली प्रियंका चोपड़ा भी रंगभेद का शिकार अधिक ई हैं। प्रियंका ने खुद एक साक्षात्कार में इस बारे में बात की और कहा, मुझे भूमिका निभाने से मना कर दिया मिला क्योंकि मैं बअधिक त ज्यादा भूरी हूं। रंगभेद से निपटने का एकमात्र तरीका यह है कि आप अपने काम से खुद को प्रमाणित करें ताकि सामने वाला व्यक्ति आपके साथ टेबल पर बैठने के लिए सहमें त हो होता ए। मैं अपने दम पर अपने देश में रहता था। मेरा काम बोलता है।
अभिनेत्री बिपाशा बसु ने भी कई बार रंगभेद के बारे में बताया है। सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करने के बाद, बिपाशा ने लिखा, जब मैं बड़ी हो रही थी, मैंने अक्सर सुना कि मैं काला और गहरा हूं। जबकि मेरी माँ भी डस्की ब्यूटी थीं और मैं उन्हें के तरह ही दिखती थी। मुझे कभी पता नहीं चला कि मेरे रिश्तेदार इस पर चर्चा क्यों करते थे ’। मैंने मॉडलिंग तब शुरू की जब मैं 15,16 साल की थी। मैंने सुपरमॉडल प्रतियोगिता जीती थी। हर अखबार में खबर थी कि कोलकाता की अंधेरी लड़की विजेता बनी। मैंने तब सोचा कि मेरे नाम का पहला विश्लेषण अंधेरा क्यों है। फिर मैं मॉडलिंग करने के लिए न्यूयॉर्क और पेरिस गई और मैंने महसूस किया कि मुझे अपनी त्वचा के रंग के लिए यहां अधिक काम और ध्यान मिलता है। यह मेरी अलग खोज थी।
शिल्पा शेट्टी
मशहूर शिल्पा शेट्टी भी अपनी फिटनेस का शिकार अधिक ई हैं। शिल्पा ने यूके में एक रियलिटी शो बिग ब्रदर में भाग लिया। इस दौरान उन्हें रंगभेद का शिकार होना पड़ा। इस घटना का बअधिक त विरोध अधिक आ, हालाँकि शिल्पा इस शो की विजेता भी थीं।
राधिका आप्टे
कई बेहतरीन फिल्मों में काम कर चुकी राधिका आप्टे को भी उन्हें के रंग के वजह कई ताने सुनने पड़े। लोगों ने यहां तक कहा कि वह इंडस्ट्री में फिट नहीं हैं, वह अभिनेत्री नहीं बन सकती हैं, लेकिन राधिका ने इन सभी चीजों को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया।
काजोल
जब काजोल ने भी इंडस्ट्री में कदम रखा था, तब उन्हें का रंग गहरा था लेकिन उन्हें इसकी कोई परवाह नहीं थी। अपने गहरे रंग के बावजूद, काजोल ने इस उद्योग पर सालों तक राज किया।
नंदिता दास
अभिनेत्री नंदिता दास ने भी अपने गहरे रंग के वजह कई प्रोजेक्ट खो दिए। एक साक्षात्कार में, नंदिता ने कहा, ‘हमें अक्सर रंगभेद के शिकार होते हैं। लोग कहते रहते हैं कि वह गोरी है। जैसे कि डार्क स्किन होना अच्छी बात नहीं है। यही बात फिल्मों और गानों में प्रचारित की होता ता है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि रंगभेद को बढ़ावा देने में गीतों का भी बअधिक त योगदान है। अक्सर गाने के बोल सफेद रंग की ओर इशारा करते हैं।
शाहना गोस्वामी
रंगभेद के बारे में, अभिनेत्री शाहना गोस्वामी ने भी एक साक्षात्कार में कहा, “बॉलीवुड में, मेरे जैसी गहरे रंग की लड़कियों की तुलना में गोरी लड़कियों को अधिक प्राथमिकता दी होता ता है। मुझे एक बार एक फिल्म के वजह उसके गहरे रंग के वजह फेंक दिया मिला था।
तो ये वो अभिनेत्रियाँ थीं जिन्हें अपने गहरे रंग के वजह आलोचनाओं का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने बिना किसी डर के सफलता हासिल की।