छत्रपति शिवाजी महाराज के क्या विचार हैं?
भारत के वीर सपूत छत्रपति शिवाजी महाराज एक महान देशभक्त होने के साथ एक कुशल प्रशासक भी थे।छत्रपति शिवाजी महाराज ने 1674 में मराठा साम्राज्य की नींव रखी।उनका जन्म 19 फरवरी 1630 ई. और मृत्यु 3 अप्रैल, 1680 ई. को हुई।आइए आज इस खास मौके पर जानते हैं वो पांच अनमोल विचार जो बदल देंगे आपकी जिदंगी।
एक छोटा कदम छोटे लक्ष्य पर, बाद मे विशाल लक्ष्य भी हासिल करा देता है।
जब हौसले बुलन्द हो, तो पहाड़ भी एक मिट्टी का ढेर लगता है।
शत्रु को कमजोर न समझो, तो अत्यधिक बलिष्ठ समझ कर डरना भी नहीं चाहिए।
जब लक्ष्य जीत की हो, तो हासिल करने के लिए कितना भी परिश्रम, कोई भी मूल्य , क्यो न हो उसे चुकाना ही पड़ता है।
जो मनुष्य समय के कुच्रक मे भी पूरी शिद्दत से, अपने कार्यो मे लगा रहता है। उसके लिए समय खुद बदल जाता है।
कोई भी कार्य करने से पहले उसका परिणाम सोच लेना हितकर होता है; क्योकी हमारी आने वाली पीढी ही का अनुसरण करती है।
शत्रु चाहे कितना बलवान क्यो न हो, उसे अपने इरादों और उत्साह मात्र से भी परास्त किया जा सकता है।