चमगादड़ केवल अंधेरे में ही बाहर क्यों आती है ? यह है सबसे बड़ी वजह
चमगादड़ दिन की अपेक्षा रात के अंधेरे में ज्यादा आसानी से उड़ सकता है । दिन में यह उल्टा लटकने के साथ ही साथ सोते रहते हैं ।
चमगादड़ एक मात्र स्तनधारी प्राणी है जो उड़ भी सकता है यह जातियां रात के अंधेरे में प्रतिध्वनि (इको लोकेशन) द्वारा शिकार करती हैं ।
इको लोकेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें चमगादड़ अपने मुंह और नाक द्वारा ध्वनि तरंगे भेजती हैं और यह तरंगे वस्तुओं से टकराकर इको उत्पन्न करती हैं । यह इको इनके कानों तक पहुंच कर वस्तु का लोकेशन देती हैं ।
जी हां चमगादड़ की आंखें भी होती हैं मगर इन्हें रात में, इनकी इको लोकेशन गुण के कारण उड़ने में दोहरी मदद मिलती है और रात में अन्य जीव जंतु या पशु पक्षियों एवं मनुष्यों और मनुष्य निर्मित मशीनों का कोलाहल भी कम होता है जिससे इन्हें ध्वनि तरंगों की प्रतिध्वनि अच्छी मिलती है। इसलिए ये रात में ही उड़ती हैं ।