गैस सिलिंडर की बॉडी कैसे बनती है? जानिए
ये बात हे १९९७ की जब में पढ़ाई करके १९९२ से बहार निकला था उसके बाद कई निजी फैक्टरियों में काम करता रहा हूँ पर ये सिलेंडर फैक्ट्री का मेरा आखिरी जॉब था इसके बाद मेने निजी नौकरी नहीं की और अपने व्यवसाय शुरू किया जो आज भी चल रहा हे
गैस सिलेंडर को उपयोग काने वाली गैस कंपनी की दी डिज़ाइन के अनुसार बनाते हे इसके लिए लोहे की शीट को काटते हे फिर दो कप के आकर के हाफ बनाते हे इनमे से एक में बीच में होल होता हे जिसमे रेगुलेटर लगाने का बैंक लगते हे दूसरा केवल हाफ होता हे और उन्हें वेल्ड कर जोड़ देते हे।
फिर उनकी स्टैंड ऊपर की रिंग और उसके पत्ते लगते हे फिर ऊपर वाले हिस्से में चूड़ी वाला हाफ लगाते हे और उसमे वाल्व लगा देते हे इसकी नम्बरिंग करते हे और फिर इसे भट्टी में रक्त तप्त करते हे ६८० डिग्री सेंटीग्रेड पर ताकि हाफ बनाने के दौरान १० टन की हाइड्रोलिक से जो यांत्रिक दवाब पड़ा हे उससे आयी आतंरिक विकृति को दूर कर सके सरे एटम री यूनाइट हो सके और फिर ठंडा कर पोलिश कर बहार कर देते हे सिलिंडर तैयार हे