खुशखबरी! अब प्राइवेट अस्पतालों में भी मुफ्त मिलेंगे रेमडेसिविर इंजेक्शन

यूपी में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सीएम योगी ऑन रेमेडिसविर इंजेक्शन ने बड़ा फैसला लिया है। रोगी के परिजनों को अब रेमेडिसविर के इंजेक्शन के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। अब राज्य के सभी निजी अस्पतालों में नि: शुल्क (नि: शुल्क इंजेक्शन निजी अस्पतालों में) जरूरतमंद मरीजों को रेमेडिसविर के इंजेक्शन दिए जाएंगे। इंजेक्शन के लिए मरीजों के रिश्तेदारों को अब मेडिकल स्टोर और मुनाफाखोरों की लंबी लाइनें नहीं झेलनी पड़ेंगी। निजी अस्पतालों को खुद कंपनियों और बाजारों से इंजेक्शन की व्यवस्था करनी होगी।

सीएम योगी द्वारा जारी निर्देशों (रेमेडिसविर के लिए सीएम योगी निर्देश) के अनुसार, यदि इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हैं और उन्हें मरीज की जान बचाने की बहुत आवश्यकता है, तो अस्पताल द्वारा जारी किए गए पर्चे पर, जिला कलेक्टर और प्रमुख जिला अधिकारी इस दवा को प्रदान कर सकते हैं। वह इसके लिए कोई शुल्क नहीं लेगा। इस संबंध में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा आदेश जारी किए गए हैं। सोमवार को सीएम योगी ने रेमेडिसविर के इंजेक्शन को लेकर एक अहम बैठक की। टीम -11 के साथ इस बैठक में, उन्होंने कहा कि राज्य में किसी भी प्रकार की कमी नहीं है। उन्होंने महत्वपूर्ण निर्देश देते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर निजी अस्पतालों को निर्धारित दरों पर इंजेक्शन उपलब्ध कराए जाने चाहिए। सीएम योगी ने यह फैसला इंजेक्शन की कालाबाजारी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए लिया है। उन्होंने पुलिस को रेमेडिसवीर के काले बाजार पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है।

उन्होंने कहा कि यह प्रदान करने से पहले इंजेक्शन की जांच करना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने जोर दिया कि मरीजों की जान बचाना सरकार की प्राथमिकता है। सीएम योगी ने निर्देश देते हुए कहा कि रेमेडिसवीर की आपूर्ति यूपी मेडिकल सप्लाई कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों को की जाएगी। सीएम के निर्देशानुसार, निजी और सरकारी मेडिकल कॉलेजों के अस्पतालों में नॉन-इनवेसिव वेंटिलेटर के 100 प्रतिशत बेड के लिए हर दिन रेमेडिसविर इंजेक्शन की एक शीशी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि लगभग 15 फीसदी ऑक्सीजन बेड के लिए रेमेडिसवीर दिया जाएगा। वर्तमान में लगभग 5500 लोगों को इसकी दैनिक आवश्यकता है।

इंजेक्शन के बारे में पूरी जानकारी यूपी मेडिकल सप्लाई कॉर्पोरेशन लिमिटेड को प्रदान की जाएगी। आपातकालीन स्थितियों के लिए यूपी के सभी जिलों में रेमेडिसवीर की 1800 शीशियां दी जाएंगी। यह दवाई पर्चे देखने के बाद जरूरत के अनुसार निजी और सरकारी अस्पतालों में तय दरों पर मरीज के परिजनों को भी दी जा सकती है। सीएम योगी के निर्देश के अनुसार, इंजेक्शन देने से पहले, यह परीक्षण करना आवश्यक होगा कि मरीज को किस अस्पताल में भर्ती कराया गया है और क्या उसे इंजेक्शन के बारे में कोई नुस्खा उपलब्ध है। केवल इस पर्चे पर ही उन्हें इंजेक्शन दिए जा सकेंगे।

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