क्रिसमस ट्री की कुछ अनसुनी बातें जानिए

क्रिसमस ट्री से लगी आग – 1885  में  एक अस्पताल में क्रिसमस ट्री पर मोमबत्तियाँ जलाने से वहाँ आग लग गई थी | ऐसी दुर्घटनाओं से बचाने के लिए 1995 में रेल्फ मारिस ने बिजली से चलने वाली लाइटों का आविष्कार किया | ताकि क्रिसमस को लोग बिना किसी भय के बिजली की तेज रोशनी में माना सकें |

-> विक्टोरिया के समय में क्रिसमस ट्री – 1941 में विक्टोरिया के पति प्रिंस अल्बर्ट ने क्रिसमस ट्री को अपने हाथों से सजाया था तभी से यह क्रिसमस का एक अहम हिस्सा बन गया | तभी से क्रिसमस ट्री को काफी महत्ता दी जाने लगी | विक्टोरिया के समय में क्रिसमस ट्री पर घंटिया, टोफियाँ , गुब्बारे  गिफ्ट्स आदि लगाए जाने लगे वहीं ऐन्जल्स और फेयरी की मूर्तियाँ भी लगाई जाने लगीं ताकि घर में अच्छाई का आगमन हो और बुरी आत्माएँ घर में प्रवेश ना कर सकें |

-> मकड़ी के जालों से सजाया जाता है क्रिसमस ट्री – यूक्रेन में एक बार एक घर में जाले लगे हुए थे | वहाँ पर क्रिसमस का त्यौहार मनाया जा रहा था | क्रिसमस की अगली सुबह ही सूर्य की रोशनी पड़ते ही वो जाले चांदी के बन गए तभी से वहाँ क्रिसमस ट्री को जालों से सजाया जाता है |

-> ब्रिटेन में 1930 से क्रिसमस ट्री सजाने की परंपरा चली आ रही है |

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