क्रिकेट इतिहास का सबसे दुर्भाग्यशाली (अनलकी) खिलाड़ी कौन रहा है?
वैसे तो ऐसे बहुतेरे खिलाड़ी होंगे , लेकिन मैं एक ऐसे अंडररेटेड खिलाड़ी का नाम लेना चाहूंगा जो अपने समकालीन 90 % खिलाड़ियों से बेहतर था।
वो खिलाड़ी है ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर स्टुअर्ट मैकगिल।
इनकी गलती सिर्फ इतनी थी कि ये महान लेग स्पिनर शेन वार्न के समकालीन थे और सिर्फ ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए समर्पित थे।
ऑस्ट्रेलिया के लिए समर्पित इसलिए कहा क्योंकि कई क्रिकेट खिलाड़ियों ने अपने भविष्य की खातिर अपने देश को छोड़ दूसरे देशों के लिए भी खेलना शुरू करने में गुरेज नही किया। इयोन मोर्गन इसके ताजा उदाहरण है , जिन्होंने कॅरियर के शुरुआती दौर में आयरलैंड के लिए खेलने के बाद अपने बेहतर भविष्य के लिए इंग्लैंड को चुना और आज वो इंग्लिश टीम के कप्तान है।
टेस्ट मैचों में मैकगिल का प्रदर्शन:-
शेन वार्न के 1992 में डेब्यू के बाद उनका प्रभुत्व ऑस्ट्रेलियाई टीम में इस कदर जमा कि 1998 तक मैकगिल को डेब्यू तक करने का मौका नही मिला। जनवरी 1998 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डेब्यू मैच में 22 रन देकर 3 विकेट लेने के बावजूद दूसरा मैच खेलने के लिए इन्हें अक्टूबर तक इंतजार करना पड़ा। अक्टूबर 1998 में पाकिस्तान के खिलाफ उस सीरीज में वो ऑस्ट्रेलिया के टॉप विकेट टेकर गेंदबाज रहे। इसके बाद अगली सीरीज एशेज रही और उसमें भी इन्होंने सबसे ज्यादा 27 विकेट चटकाए।
वेस्टइंडीज के खिलाफ अगली सीरीज में 4 टेस्ट में 12 विकेट लेने के कारण इन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। मेरे हिसाब से 4 टेस्ट में 12 विकेट इतना भी खराब प्रदर्शन नही था।
2002 – 03 में शेन वार्न का ड्रग्स बैन मैकगिल के लिए अमृत समान रहा और फिर कुछ महीनों तक वो ऑस्ट्रेलिया के मुख्य स्पिनर के तौर पर खेले। उन्होंने अपनी उपयोगिता भी साबित की और इस बीच खेले गए 11 टेस्ट मैचों में कुल 53 विकेट हासिल किए।
इसके बावजूद वार्न के दुबारा टीम में आने पर इन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और कुछेक मैचों में अंदर बाहर होने के बाद इन्होंने क्रिकेट से सन्यास ले लिया।
एकदिवसीय में मैकगिल का प्रदर्शन:-
यहाँ भी वार्न ने ही उनके कॅरियर को प्रभावित किया और इन्हें सिर्फ 3 मैचों में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला जिसमे इन्होंने सिर्फ 3.5 के इकॉनमी रेट से 6 विकेट प्राप्त किए।
इसमें कोई शंका नही की शेन वार्न एक विश्वस्तरीय स्पिनर थे और वो किसी भी टीम की पहली पसंद होते लेकिन मैकगिल भी इनके आसपास कैलिबर वाले गेंदबाज थे।
शेन वार्न ने 273 टेस्ट पारियों में कुल 708 टेस्ट विकेट लिए।
प्रति पारी विकेटों की संख्या 708 / 273 = 2.59
यानि कि शेन वार्न ने प्रति पारी में ढाई और प्रत्येक मैच में लगभग 5 के आसपास विकेट लिए।
मैकगिल ने 85 टेस्ट पारियों में कुल 208 विकेट लिए।
प्रति पारी 208 / 85 = 2.44 , यानि कि राउंड ऑफ करने पर मैकगिल ने भी प्रति मैच लगभग 5 विकेट लिए।
अब हाल फिलहाल में ऑस्ट्रेलिया के मुख्य स्पिनर लियोन के रिकार्ड पर एक नजर:-
इन्होंने 189 टेस्ट पारियों में कुल 396 विकेट लिए है। यानि कि प्रति पारी 396 / 189 = 2.09 मतलब हर मैच में 4 विकेट। इनका रिकॉर्ड भी बढ़िया है लेकिन मैकगिल का रिकॉर्ड इनसे काफी बेहतर माना जायेगा क्योंकि प्रति मैच 1 विकेट का अंतर कम नही होता।
रिकॉर्ड की तुलना ये साबित करने के लिए पर्याप्त है कि मैकगिल वास्तव में गलत समयावधि में खेलना शुरू किए थे। अगर वो आज के दौर में खेल रहे होते तो निःसंदेह एक उम्दा लेग स्पिनर और ऑस्ट्रेलियाई टीम के नियमित सदस्य होते।