कोई बेचता था गोलगप्पे तो कोई था बेरोजगार, जानें इन 3 खिलाडियों की कहानी

आज इस लेख में आपको भारतीय क्रिकेट टीम और कुछ ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो बेहद गरीब परिवार से आते हैं। परन्तु इन खिलाड़ियों ने अपनी लगन और मेहनत से आज वह सब कुछ हासिल कर लिया है जो एक अमीर इंसान के पास होता है। इन खिलाडियों में कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने गोलगप्पे बेचे तो वहीं कुछ बेरोजगार थे।

हार्दिक पांड्या : भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पांड्या को आज कौन नहीं जानता है। हार्दिक पांड्या का नाम आमिर क्रिकेटरों की सूची में शामिल है। हार्दिक पांड्या क्रिकेटर बनने से पहले पूरी तरह से बेरोजगार थे और यह एक गांव से दूसरे गांव जाकर क्रिकेट खेला करते थे।

यशस्वी जयसवाल : यशस्वी जयसवाल को आईपीएल 2020 में खेलने के लिए राजस्थान रॉयल्स ने 2 करोड़ 40 लाख रुपए की भारी रकम के साथ टीम में शामिल किया है। यशस्वी जयसवाल की बेस प्राइस केवल 20 लाख थी लेकिन टीम ने इनको भारी रकम के साथ अपने साथ शामिल किया। यशस्वी जयसवाल गोलगप्पे बेचकर किसी तरह से खर्च चलाते थे।

उमेश यादव : उमेश यादव के पिताजी कोयले की खदान में काम करते थे और उमेश यादव पुलिस में भर्ती की तैयारी कर रहे थे लेकिन कुछ कारणवश उमेश यादव पुलिस में भर्ती नहीं हो पाए थे। उमेश यादव भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन गेंदबाज हैं।

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