कलौंजी रोज खाने के क्या फायदे हैं? कितनी मात्रा में लेना चाहिए?
कलौंजी को हर मर्ज की दवा कहा जाता है और यह तक की इसे कलयुग की संजीवनी भी कहा जाता हैक्योंकि यदि इसे सही तरीके से सेवन किया जाए तो बड़ी से बड़ी बीमारी भी ठीक हो सकती है कलौंजीको काले प्याज का बीज भी कहते हैं अधिकतर लोग इसे प्याज का ही बीज समझ लेते हैं।
कलौंजी का स्वाद हल्का कड़वा और इसकी गंध तीखी होती है इसकी तासीर बहुत गर्म होती है इसीलिए अधिकतर लोग सिर्फ सर्दियों में इसका सेवन करते haikalounji का प्रयोग वीभिन्न व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए भी किया जाता है आयुर्वेद में इसे मेमोरी पावर बढ़ाने वाला कहा गया है।
पोषक तत्व –
कलौंजी को पोषक तत्वों का खजाना कहना ग़लत नहीं होगा इसमें 35%कार्बोहाइड्रेट,21%प्रोटीन और 35से38%वसा होता है इसके अलावा इसमें 0.2%ओमेगा3,24%ओमेगा9,केरोटीन, विटामिन,B-2,कैल्शियम,पोटेशियम,लोहा व जिंक भी पाए जाते हैं।
कलौंजी के लाभ – कलौंजी के कई प्रकार के लाभ है जैसे –
1- कलौंजी बालों के लिए बहुत फायदेमंद है इसका तेल की मसाज करके बालों को 15मिनट तक छोड़ दे इससे बालों का झड़ना बंद हो जाता है।
2- अगर आपको कफ की समस्या है तो कलौंजी का तेल फायदेमंद है
3- अस्थमा और खांसी जैसी बीमारी होने पर अगर कलौंजी का सेवन लगातार दो महीने किया जाए तो काफी लाभ होता है।
4- कलौंजी में इसे कई तत्व पाए जाते है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होते हैं
5- कलौंजी का तेल वजन घटाने में भी सहायक होता है।
वैसे तो कलौंजी के कई फायदे है लेकिन इसकी तासीर बहुत गर्म होती है इसलिए इसका सेवन सावधानी से करना चाहिए जैसे –
1- गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन से बचना चाहिए।
2- अगर कोई व्यक्ति पित्त से परेशान है या उसकी तासीर गर्म है तो उसे कलौंजी का सेवन नहीं करना चाहिए।
3- कलौंजी ब्लड प्रेशर को इतना कम कर सकता है की यह हाइपर टेंशन का कारण बन सकता है।
किस प्रकार सेवन करे – कलौंजी का रोज एक से दो ग्राम सेवन करना चाहिए।इसे हम सब्जि,सलाद वी अन्य कई पदार्थों के साथ सेवन कर सकते है।
इसमें ओमेगा3 होने के कारण इसके तेल की दो बूंद दूध में मिलाकर पीने से दिमाग तेज होता है। कलोंजी एक बहुत ही अच्छी जीवन ओषधि है जिसका प्रयोग 2000 सालों से दवा बनाने में किया जा रहा है।