ओलम्पिक खेलों में क्रिकेट क्यों नहीं खेला जाता है? जानिए वजह
ओलंपिक में क्रिकेट को सम्मिलित न किए जाने के पीछे कई कारण हैं –
क्रिकेट एक विश्वव्यापी खेल नहीं है। क्रिकेट खेलने वाले देशों की संख्या मात्र 15-20 ही है, इसलिए इसे ओलम्पिक जैसे विश्वस्तरीय टूर्नामेंट में सम्मिलित नहीं किया गया।
क्रिकेट लम्बे समय तक चलने वाला खेल है। टी 20 क्रिकेट भी पूरा होने में भी कम से कम 3-4 घण्टे लग जाते हैं, जबकि ओलंपिक का कोई भी खेल 1 से डेढ़ घण्टे से अधिक नहीं चलता है।
क्रिकेट मैच का परिणाम मौसम और पिच पर काफी हद तक निर्भर करता है। कोई पिच किसी टीम के लिए अनुकूल बन सकती है तो वही पिच दूसरी टीम के लिए प्रतिकूल भी बन सकती है। ऐसी स्थिति में एक निष्पक्ष मुकाबले की संभावना बहुत कम रहती है। ओलंपिक के अन्य खेलों का परिणाम मैदान की स्थिति और मौसम से प्रभावित नहीं होता।
तकनीकी विकास के बावजूद क्रिकेट के डकवर्थ लुइस और डीआरएस जैसे नियम विवादास्पद हैं। ऐसे विवादास्पद नियमों के कारण भी क्रिकेट को ओलम्पिक में जगह नहीं मिल सकी।
इन सभी कारणों के अतिरिक्त आईसीसी, बीसीसीआई और ईसीबी जैसी क्रिकेट संस्थाओं ने भी ओलम्पिक में क्रिकेट को शामिल करने के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाए।