एड़ी फटने का घरेलू उपाय और उपचार क्या है? जानिए
एडियों का फटना एक सामान्य तकलीफ है, जो की बार बड़ी असुविधा या दर्द का कारण बन सकती है। यदि दरारें गहरी हैं, तो वे ना सिर्फ दर्दनाक हो सकती हैं, बल्कि उनसे कभी-कभी खून भी बह सकता है।
एडियों के फटने का कारण :
-शुष्क त्वचा आमतौर पर फटी एड़ी का कारण बनती है। जब एड़ी के नीचे फैट पैड पर वजन से दबाव पड़ता है, तो एड़ी के किनारे की त्वचा फैल जाती है। त्वचा में नमी की कमी हो जाने से वह कठोर हो जाती है, उसका लचीलापन कम हो जाता है और टूटने का खतरा होता है।
लंबे समय तक खड़े रहना, विशेष रूप से कठिन फर्श पर
मोटापा
खुले हुए जूते खराब फिटिंग के जूते जूते के पीछे से घर्षण
चलने का एक खराब तरीका
शुष्क, ठंडा मौसम इसके अलावा,अनियमित खानपान, विटामिन ई की कमी, कैल्शियम व आयरन की पर्याप्त मात्रा न मिल पाने के कारण भी एड़ियां फट जाती हैं l
बाजार में मिलनेवाले केमिकल युक्त क्रीम के बजाय कुछ आसान घरेलु उपाय और जीवनशैली में उचित बदलाव फटी एड़ियों से राहत दे सकते है l
१. स्क्रबिंग
फटी एड़ियों से डेड स्किन हटाने के लिए स्क्रबिंग कारगर है l स्क्रबिंग करने से पहले अपने पैर को थोड़ी देर के लिए गुनगुने पानी में डुबोकर रखें l स्क्रबिंग से त्वचा मुलायम हो जाती है l 3 टीस्पून चावल का आटा, एक टीस्पून शहद, और एप्पल साइडर विनेगर की 2-3 बूंदें मिलाकर बनाए गए स्क्रब का इस्तमाल हफ्ते में २ या ३ बार कर सकते है।
चावल का आटा त्वचा को एक्सफोलिएट, शुद्ध और पोषण प्रदान करता है।शहद एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है जो फटी एड़ियों को ठीक करने में मदद करता है।सिरका एक हल्का एसिड होता है जो शुष्क और मृत त्वचा को नरम करता है, जिससे इसे आसानी से निकाल सकते है।
२.नारियल का तेल
रात को सोने से पहले एक बड़ा चम्मच नारियल तेल को हल्का गर्म कर फटी हुई एड़ियों पर अच्छे से लगाये l इसकी मसाज से थकान भी कम होगी l उसके बाद जुराबें पहनकर सो जाएं l सुबह उठकर पैरों पानी से धो लें l इसे लगातार २ हफ्ते करने से एड़ियां मुलायम हो जाएंगी l
३. शहद
एक कप गर्म पानी में एक कप शहद मिलाएं। इस मिश्रण में अपने साफ पैर भिगोएँ, और धीरे से 20 मिनट के लिए मालिश करें। धीरे से प्यूमिस स्टोन का उपयोग करके अपनी त्वचा को एक्सफोलिएट करें। अपने पैरों को सूखा दें, और गाढ़ा मॉइस्चराइज़र लगाएं।रोजाना बिस्तर पर जाने से पहले इसे नियमित रूप से करे।शहद एक प्राकृतिक humectant है, जिसका अर्थ है कि यह आंतरिक ऊतकों से त्वचा की बाहरी परतों तक पानी खींचता है। इससे त्वचा की नमी बनी रहती है l
४. बेकिंग सोडा
एक कटोरी गुनगुने पानी में 3 टेबलस्पून बेकिंग सोडा डालकर घुलने तक अच्छी तरह मिलाएं। इसमें अपने पैरों को 15 मिनट तक भिगोएँ।अपने पैरों को हटा दें, और प्यूमिस पत्थर से धीरे से स्क्रब करें। साफ पानी से पैर धोले और एक साफ तौलिया से पैरों को सूखा ले।सप्ताह में दो बार दोहराएं।बेकिंग सोडा एक एक्सफोलिएंट है। यह मृत कोशिकाओं को हटाता है और इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।बेकिंग सोडा दुर्गंध को भी बेअसर कर सकता है।
५. एलो वेरा
पैरों को गर्म पानी में भिगोएँ, और मृत त्वचा को हटाने के लिए प्यूमिस स्टोन का उपयोग करके स्क्रब करें। पैरों को अच्छे से सूखा ले और उन पर एलोवेरा जेल लगाले। सूती मोजे पहनें । सुबह गुनगुने पानी से धो लें।इसे हर रात १० दिनों तक या एड़ियां ठीक होने तक दोहराए l
एलोवेरा में विटामिन ए (बीटा-कैरोटीन), सी और ई होते हैं। इनमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जबकि एलोवेरा में मौजूद कोलेस्ट्रॉल, कम्पेस्ट्रॉल, बीटा-साइटोस्टेरॉल और ल्यूपॉल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।ल्यूपॉल एक एंटीसेप्टिक और एनाल्जेसिक के रूप में भी कार्य करता है।एलोवेरा में मौजूद ऑक्सिन और गिब्बेरेलिन घाव भरने में मदद करते हैं।