इस दुनिया में एक ऐसा अद्वभुत मंदिर देखने को मिला जिसकी परम्परा जानकर कर देगी हैरान।

चूंकि इस दुनिया में अनेखो परम्पराऐ विद्यमान है जोकि काफी रोचक और अलग प्रकार की है कुछ परम्पराऐ तो पहले से चलती आ रही है कुछ परम्पराओ के बारें में जानेगे तो एक अजीब सी हैरानी होने लग जाती है परन्तु आज हम आपको एक ऐसी अनोखी और अलग़ परम्परा के बारें में बताने जा रहे है जिसकी जानकारी आपको कर देगी हैरान।

तो आइऐ जानते है। वर्नामुत्तु मरियम्मन मंदिर के बारे में जोकि तमिलनाडु के एक गांव इद्यांचवाडी में स्थित है। यहां हर साल में लगातार 8 दिनों तक चलने वाला एक ऐसा अनोखा त्योहार मनाया जाता है। जिसमे कि लोगों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए एक भव्य पूजन और प्रार्थना का आयोजन किया जाता है, जिसमें कि हजारों लोग शामिल होते हैं।

इस परम्परा के चलते मंदिर की कमेटी में शामिल तीन बड़े लोग पहले तो अपने हाथो में पवित्र कंगन पहनते है और फिर पूरे दिन का उपवास रखते हैं। इसके बाद उनके सिर के बालों का मुंडन किया जाता। और फिर मुंडन के पश्चात देवताओं की तरह ही उन्हें भी पूजा स्थल पर बीच में विराजमान कर मंदिर के अंदर बिठाया जाता और बाद में मंदिर के पुजारी उन तीनों को भगवान मानकर 108 सामग्रियों से उनका अभिषेक भी करते हैं। इन 108 सामग्रियों में कई तरह के तेल, इत्र, विभूति, कुचले हुए फल, चंदन, कुमकुम, हल्दी आदि के लेप को भी शामिल किया जाता हैं,

लेकिन इसमें सबसे ज्यादा दिलचस्प और रोमांचक बात यह होती है कि इसमे मिर्च के (चिली) के लेप को शामिल किया जाता है । पहले तो तीनों को मिर्च का ये लेप खिलाया जाता, उसके बाद में ऊपर से लेकर नीचे तक इसी लेप से उनका अभिषेक भी किया जाता। तथा इसके चलते आखिर में उन्हें नीम के लेप से नहलाकर मंदिर के अंदर ले जाया जाता है। मंदिर के अंदर जाकर ‘धीमिति’ का आयोजन होता है, जिसमें उन्हें जलते हुए कोयले के ऊपर भी पर चलाया जाता है।

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