इस जगह पे अरबों रुपये का धन दफन है,कोई भी नहीं निकाल पाया, जानिए क्या है कारण
खजाने आज से नहीं बल्कि पुराने समय से कुछ लोग अमीर बनने के लिए खोज रहे हैं। इतिहास में कई स्थानों का उल्लेख किया गया है जहां करोड़ों की संपत्ति दफनाई गई है लेकिन कोई भी इसे जब्त नहीं कर सका है। भारत में भी कई स्थान ऐसे हैं जहाँ खजाना दफन है। उनमें से एक हरियाणा के रोहतक जिले में मुगल-युग का पैतृक कुआं है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बावली में अरबों रुपये दफन हो गए हैं, लेकिन अभी तक कोई भी इसे हटा नहीं पाया है। इस बावली को चोरों की बावली के रूप में जाना जाता है। कुछ इसे स्वर्ग का झरना भी कहते हैं। इतिहास में इस स्वर्ग के बारे में कई कहानियां हैं। कहा जाता है कि बावली के पास दिल्ली, हिसार और लाहौर तक जाने वाली सुरंगों का एक नेटवर्क है। इस प्रतिमा के बारे में रहस्य आज भी वही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बावली में एक कुआं है और इस कुएं तक पहुंचने के लिए 101 सीढ़ियां भी बनाई गई हैं। इस बावली में कई कमरे भी हैं, जो उस समय यहां आने वाले राहगीरों को रोकने के लिए बनाए गए थे। बावली का निर्माण 1658 में मुगल राजा शाहजहाँ के सूबेदार शाहदुलाल ने करवाया था। इस बावली के बारे में कई रहस्य हैं, लेकिन सबसे अधिक रहस्य जानकार चोर की कहानी है।
माना जाता है कि बहुत समय पहले ज्ञानी नाम का एक प्रसिद्ध चोर यहाँ रहता था। उसने अमीरों से धन लूटा और इस बावली में कूद गया और गायब हो गया। लोगों का मानना है कि जानकार चोर द्वारा लूटा गया सारा पैसा अब भी इस बावली में दफन है। इसमें छिपे खजाने की तलाश में कोई भी गया है। वह इस बावली के अंदर खो गया और फिर कभी नहीं लौटा। इस बावली के बारे में अधिक जानने के लिए आप वीडियो देख सकते हैं।