इस गांव में चलती हैं घड़िया उलटी, विवाह में भी लेते हैं उलटे फेरे
आधुनिकता और विज्ञान के इस दौर में आज भी लोग पुराने रिवाजों पर जीते हैं। इसका एक उदाहरण आज भी छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक गांव में देखने को मिलता है। आपको यकीन न हो पर ऐसा हो रहा है, यहां के घरों में घड़ियां उलटी चलती है।
मानिकपुर गांव में घरों में लगी घड़ियों को देखने पर वह आपको खराब लगती है, लेकिन वह सही समय बता रही है। फर्क बस इतना है कि आम घड़ियों की सुईयां बाएं से दांए ओर घूती हैं, लेकिन यहां दाए से बाएं ओर।
जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर नेशनल हाइवे से लगे गांव मानिकपुर में लोगों की सोच अलग है। गोंड समाज में शादी होती है तो फेरे दांए से बाएं की ओर लेते है। समाज में हर खुशी की चीज दांए से बाएं ही होती है। इसलिए यहां घड़ियों के चलने की दिशा दाएं से बाएं कर दी गई है। घड़ी के डॉयल पैड को बदल दिया जाता है। इस घड़ी को नाम दिया गया है छत्तीसगढ़ बेरा।
गोंड समाज चाहता है कि यह घड़ी उनके समाज की पहचान बने। समाज के प्रमुख और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरासिंह मरकाम बताते हैं कि ये घड़ी अब छोटे से गांव मानिकपुर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश और गुजरात तक पहुंच गई है।