आखिर नंगे होकर इस देश के लोग क्यों काम कर रहे हैं?
जब रूस का विभाजन हुआ था तब तो रूस से टूटकर एक देश बना था ‘बेलारूस’ अब वहां के राष्ट्रपति अलेक्शांद्र लुकाशेंको ने जब अपने देश के नागरिकों से “कपड़े उतारकर पसीना आने तक” काम करने की भावुक अपील की थी तो उनके पास ऐसे करने की वजहें थीं.
देश मुश्किल आर्थिक दौर से गुज़र रहा है. रूबल का मूल्य गिर रहा है, बेरोज़गारी बढ़ रही है ऐसे में लोग मेहनत न करें तो क्या करें? राष्ट्रपति की भावुक अपील को कुछ लोगों ने दिल पर ले लिया और असल में कपड़े उतार भी दिए.
लोगों ने अपने कार्यस्थल से न्यूड तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करनी शुरू कर दीं. लोग #getnakedandwork (नंगे होकर काम करो) के साथ कार्यस्थलों से अपनी न्यूड तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं.
लेकिन बात सिर्फ़ तस्वीरें पोस्ट करने पर ही नहीं रुकी. कम कपड़े पहने कुछ लोगों ने राष्ट्रपति के संदेश के बारे में मज़ाकिया गीत भी रिकॉर्ड किए हैं.
हैशटैग ने बेलारूस की सीमाएं पार कर लीं और रूस, यूक्रेन और अन्य बाल्टिक देशों के लोगों ने भी अपने कार्यस्थलों से न्यूड तस्वीरें पोस्ट की.
संभव है कि पूर्वी यूरोप में हाल के गरम मौसम ने भी लोगों को परेशान कर रखा है. तो हो सकता कपड़े उतार कर रहने से यह गर्मी से निजात पाते हो और साथ में राष्ट्रपति की बात भी मान ली इनलोगों ने. दोनों काम साथ-साथ हो गयें.