अगर भीम भी वायु पुत्र थे तो भीम, हनुमान जी की तरह हवा में उड़ कर क्यों नहीं आते जाते थे? जानिए इसके पीछे का रहस्य
सबसे पहले मैं आपको स्पष्ट कर देता हूं कि हनुमान जी वायुपुत्र नहीं थे बल्कि वायु देवता उनके धर्म पिता थे जब इंद्र ने उन पर अपनी वज्र से वार करके मृत्यु के द्वार पर लाकर खड़ा कर दिया था .
तब उन्हें पुनः प्राण दिलाने के लिए वायु देने समस्त वायु को अपने अंदर संचित कर लिया था जब उनके प्राण पुनः वापस हुए तब उन्हें पिता का दर्जा मिला और तब से हनुमान जी को पवन पुत्र कहा जाने लगा
परंतु महाबली भीम पूर्ण रूप से वायु देव के पुत्र थे और अगर वायु देव चाहते हैं तो महाबली भीम को भी उड़ने की शिक्षा दे सकते थे लेकिन उस समय ऐसी जरूरत नहीं थी,